नई दिल्ली. श्रद्धा वॉकर के पिता जिनकी बेटी की दिल्ली में उसके लिव-इन पार्टनर ने देश को स्तब्ध कर देने वाले जघन्य अपराध में हत्या कर दी थी ने बुधवार को कहा कि वह मुश्किल से आरोपी आफताब पूनावाला के कबूलनामे को सुनने के लिए सामने आए. श्रद्धा के पिता विकास वॉकर ने कहा कि उसने मेरे सामने अपना जुर्म कबूल किया. पुलिस ने उससे पूछा कि इन्हें जानते हो? तो उसने कहा ‘हां यह श्रद्धा के पिता हैं’. फिर वह तुरंत कहने लगा कि श्रद्धा नहीं रही. मैं यह सुन कर वहीं गिर पड़ा. मैं और नहीं सुन सका. फिर उसे ले जाया गया. मैं और सुनने की स्थिति में नहीं था.
NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने उन्हें पहली बार बताया था कि श्रद्धा के साथ क्या हुआ है, यह उनके लिए असहनीय था. उन्होंने कहा कि मैं स्तब्ध था. मेरे लिए यह सुनना भी मुश्किल था. जहां श्रद्धा की हत्या की गई वहां जाना मेरे लिए, एक पिता के लिए भारी था. यह भयानक था.
ऐसे हुआ था श्रद्धा के पिता को शक
विकास वॉकर ने उस समय को याद किया कि कैसे आफताब जब पिछली बार उनसे मिला था तो बात करते समय पूरी तर से सामान्य था. लेकिन जब श्रद्धा लापता हुई तब इस बात से पल्ला झाड़ने और जवाबदेही से भागने के उसके रवैये पर उन्हें शक हुआ. उन्होंने कहा कि मैंने उससे पूछा कि तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया, जब तुम 2.5 साल से साथ रह रहे हो. मुझे इस बारे में कि श्रद्धा गायब है दोस्तों से पता चल रहा है. तो उसने झिझकते हुए कहा था कि मैं आपको क्यों बताऊं जब हम अब रिश्ते में नहीं हैं.
उन्होंने आगे कहा कि तभी मुझे शक होने लगा कि कुछ गलत हो गया है. मैंने पुलिस को बताया कि वह सब कुछ के बारे में झूठ बोल रहा है. अगर वह उससे प्यार करता था और 2.5 साल से उसके साथ रह रहा था, तो उसकी देखभाल करना उसकी जिम्मेदारी थी. वह कैसे कह सकता है कि उसकी देखभाल करना मेरी जिम्मेदारी नहीं है
आफताब श्रद्धा के पिता को नहीं था पसंद
उन्होंने कहा कि इस संबंध के कारण ही उन्होंने 2021 से श्रद्धा से बात नहीं की थी. उन्होंने आगे कहा कि मुझे उसके बारे में 2020 में पता चला. मैंने तुरंत श्रद्धा से कहा था मुझे यह पसंद नहीं है. मैंने उससे कहा था इस लड़के से शादी मत करो. मैं चाहता हूं कि तुम हमारे समुदाय के लड़के से शादी करो. वॉकर ने आगे कहा जब भी वह घर आता, तो सामान्य व्यवहार करता था. अगर मुझे पहले पता होता, तो मैं उससे इस रिश्ते के बारे में बात करने की कोशिश करता. उसे केवल मौत की सजा दी जानी चाहिए.