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धर्म

कब है प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, मार्गशीर्ष अमावस्या? जानें 20 नवंबर से 26 नवंबर तक के व्रत-त्योहार

20 Nov To 26 Nov Vrat Tyohar: नवंबर 2022 के चौथे सप्ताह का प्रारंभ आज 20 नवंबर दिन रविवार से हो रहा है. इस सप्ताह में उत्पन्ना एकादशी, सोम प्रदोष व्रत, मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि, मार्गशीर्ष अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आने वाले हैं.

20 Nov To 26 Nov Vrat Tyohar: नवंबर 2022 के चौथे सप्ताह का प्रारंभ आज 20 नवंबर दिन रविवार से हो रहा है. यह सप्ताह 20 नवंबर से 26 नवंबर तक है. इस सप्ताह में उत्पन्ना एकादशी, सोम प्रदोष व्रत, मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि, मार्गशीर्ष अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आने वाले हैं. इस सप्ताह में ही मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होने वाला है. इतना ही नहीं, इसमें ही मीन राशि में गुरु ग्रह मार्गी होने वाला है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि ये व्रत और त्योहार कब आने वाले हैं.

नवंबर 2022 चौथे सप्ताह के व्रत और त्योहार

20 नवंबर, दिन रविवार: उत्पन्ना एकादशी
उत्पन्ना एकादशी 2022: मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना एकादशी 20 नवंबर को है. इस दिन व्रत और विष्णु पूजा करने से पाप मिटते हैं, संतान प्राप्ति और मोक्ष मिलता है. इस ​एकादशी तिथि पर ही एकादशी माता की उत्पत्ति हुई थी. उन्होंने मुर राक्षस का वध करके भगवान विष्णु की रक्षा की थी. इस दिन पूजा के समय उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा सुनते हैं.

21 नवंबर, दिन सोमवार: सोम प्रदोष व्रत
सोम प्रदोष व्रत 2022: सोम प्रदोष व्रत 21 नवंबर दिन सोमवार को है. यह मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है. इस दिन व्रत रखते हैं और प्रदोष मुहूर्त में भगवान शिव की आराधना करते हैं. प्रदोष व्रत करने से पुत्र, धन, धान्य, सुख आदि की प्राप्ति होती है. दुख, पाप, रोग और दोष दूर होते हैं. शिव कृपा से मनोकामनाएं पमरी होती हैं.

22 नवंबर, दिन मंगलवार: मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि
मासिक शिवरात्रि 2022: मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि 22 नवंबर को है. यह हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाते हैं. मासिक शिवरात्रि के अवसर पर व्रत और शिव पूजा का विधान है. इस दिन रात्रि प्रहर की पूजा का महत्व है. निशिता काल में शिव मंत्रों का जाप करने से सिद्धि की प्राप्ति होती है.

23 नवंबर, दिन बुधवार: मार्गशीर्ष अमावस्या
मार्गशीर्ष अमावस्या 2022: मार्गशीर्ष माह की अमावस्या 23 नवंबर को है. इस दिन नदियों में स्नान करने और उसके बाद दान करने की परंपरा है. इस दिन आप अपने पितरों को जल से तर्पण करें. पिंडदान और श्राद्ध कर्म भी कर सकते हैं. ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. अमावस्या पर कालसर्प दोष से मुक्ति के भी उपाय किए जाते हैं.

24 नवंबर, दिन गुरुवार: मीन राशि में गुरु मार्गी, मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रारंभ
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रारंभ 2022: मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष का प्रारंभ 24 नवंबर से हो रहा है. इस दिन मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा तिथि होगी.

गुरु मार्गी 2022: गुरु ग्रह 24 नवंबर दिन गुरुवार को मीन राशि में मार्गी होगा. इस दिन से गुरु की सीधी चाल शुरू होगी. इसका सभी 12 राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा.

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