All for Joomla All for Webmasters
बिज़नेस

DA के बारे में बहुत सुन रहे हैं! आखिर ये है क्या, कैसे सैलरी को बढ़ा देता है, जानिए पूरा कैलकुलेशन

DA Hike in Tripura: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि डीए/डीआर में 12 फीसदी की वृद्धि से राज्य सरकार पर हर महीने 120 करोड़ रुपये और सालाना आधार पर 1,440 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.

नई दिल्ली. त्रिपुरा सरकार के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने राज्य सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) और महंगाई राहत (Dearness Relief) में 12 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की है. यह बढ़ोतरी एक दिसंबर से लागू होगी. इसके साथ ही राज्य सरकार के कर्मचारियों का डीए अब 8 से बढ़कर 20 फीसदी हो गया है.

ये भी पढ़ें Sah Polymers IPO: सब्सक्रिप्शन के लिए 30 दिसंबर को खुलेगा साह पॉलिमर्स का IPO, जानें- GMP से क्या मिल रहा है संकेत?

हाल ही में साहा ने कहा था, ‘‘इस फैसले से 1,04,600 नियमित कर्मचारियों और 80,800 पेंशनभोगियों को फायदा होगा. इसके अलावा अस्थायी कर्मचारियों को भी फायदा होगा क्योंकि उनका पारिश्रमिक लगभग दोगुना हो गया है.’’

हर महीने 120 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ 
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीए/डीआर में 12 फीसदी की वृद्धि से राज्य सरकार पर हर महीने 120 करोड़ रुपये और सालाना आधार पर 1,440 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. साहा ने कहा कि संसाधनों की कमी के बावजूद राज्य सरकार ने वेतन ढांचे में संशोधन किया है. इससे लाखों कर्मचारी और उनके परिवार लाभान्वित होंगे.

क्‍या होता है डीए
बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार अपने सरकारी कर्मचारियों के बोझ को कम करने के लिए महंगाई भत्ता यानी डीए देती है. डीए की गणना कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के मूल वेतन पर किया जाता है. डीए साल में दो बार जनवरी से जुलाई के बीच रिवाइज होता है.

ये भी पढ़ें – Mukesh Ambani: मुकेश अंबानी बच्चों को सौंपेंगे अलग-अलग कारोबार, उनके लिए तय किए लक्ष्य

कैसे होता है DA का कैलकुलेशन
महंगाई भत्ते की गणना कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित खुदरा महंगाई दर पर होती है. इसे आम उपभोक्ता वहन करता है. खुदरा महंगाई दर सीधे तौर पर आम लोगों को प्रभावित करती है, इसलिए महंगाई भत्ते की गणना इसी आधार पर तय होती है.

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए फॉर्मूला इस तरह है- {पिछले 12 महीनों का औसत ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (बेस ईयर-2001=100-115.76/115.76}X100.

सेंट्रल पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों के लिए फॉर्मूला इस तरह है- { 3 महीनों का ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स का औसत ( बेस ईयर-2001=100-126.33/126.33}X100

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top