नई दिल्ली. जब भी इमरजेंसी में ज्यादा फंड जुटाने की जरूरत पड़ती है तो ज्यादातर लोग बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्था से पर्सनल लोन लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी और म्यूचुअल फंड पर भी लोन मिल सकता है. बता दें कि म्यूचुअल फंड पर लोन पर्सनल लोन की तुलना में सस्ता पड़ता है. हालांकि म्यूचुअल फंड पर लोन लेने से पहले इसके बारे में सारी जानकारी जुटा लेनी चाहिए
.ये भी पढ़ें– फ्री में कराएं आधार अपडेट, बस कुछ दिनों के लिए UIDAI ने दिया है मौका, घर बैठे कैसे उठाएं फायदा
बता दें कि म्यूचुअल फंड से लोन लेने पर ब्याज के अलावा प्रोसेसिंग फीस समेत बाकी चार्जेज भी लिए जाते हैं. हालांकि, ये चार्जेज पर्सनल लोन की तुलना में काफी कम होते हैं. आइए जानते हैं कि आप म्यूचुअल फंड से लोन कैसे ले सकते हैं.
कौन ले सकता है म्यूचुअल फंड पर लोन?
म्यूचुअल फंड के तहत लोन लेने के लिए इंडिविजुअल इन्वेस्टर, एनआरआई, कंपनी आदि अप्लाई कर सकते हैं. वहीं नाबालिग को म्यूचुअल फंड के तहत लोन नहीं दिया जाता है. ऐसे में अगर आपने म्यूचुअल फंड में निवेश कर रखा है तो आप जरूरत पड़ने पर आसानी से इस पर लोन ले सकते हैं. इसके कई फायदे हैं और यह अफोर्डेबल भी है.
कितना मिलेगा लोन?
म्यूचुअल फंड पर लोन का टेन्योर और ब्याज दर बैंक की ओर से तय किया जाता है. साथ ही लोन की राशि क्रेडिट स्कोर और अन्य फैक्टर पर निर्भर करता है. बता दें कि इक्विटी म्यूचुअल फंड में आपके कुल एसेस्ट वैल्यू के 50 फीसदी तक की राशि लोन के रूप में मिल सकती है. वहीं, म्यूचुअल फंड में फिक्स इनकम पर लोन कुल एसेस्ट वैल्यू का 70 से 80 फीसदी तक लिया जा सकता है.
ये भी पढ़ें– क्या है स्पेस टूरिज्म? अब जल्द ही पूरा हो सकता है अंतरिक्ष घूमने का सपना, जानें कैसे?
इतना लगता है ब्याज?
पर्सनल लोन की तुलना में म्यूचुअल फंड पर लोन लेना आपके लिए काफी सस्ता हो सकता है. अगर हम इनकी ब्याज दर में तुलना करके देखें तो मौजूदा समय में एसबीआई के पर्सनल लोन पर ब्याज दर 11.00 फीसदी से शुरू होती है. जबकि एसबीआई के म्यूचुअल फंड पर लोन की ब्याज दर 8.50 फीसदी से शुरू होती है. बाकी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं की ब्याज दरों में भी इसी तरह अंतर होता है.
लोन लेने का क्या है प्रोसेस?
कई कंपनियां या बैंक म्यूचुअल फंड पर लोन के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने की सुविधा भी देती है. इससे आपको तुरंत अप्रूवल मिल सकता है और कुछ दिनों के बाद लोन की राशि अकाउंट से विड्रॉल कर सकते हैं. इस लोन पर पर्सनल लोन की तुलना में चार्ज कम लगता है. वहीं इसमें प्रोसेसिंग फीस भी आपको कम देना होता है. कुछ मामलों में प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्ज भी माफ किया जा सकता है. इस तरह म्यूचुअल फंड पर लोन लेना काफी सस्ता पड़ता है.
