जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने यह भी कहा कि पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दिन भी उठाया था और बाद में भी उठाते रहे हैं, किसानों का मुद्दा भी समय समय पर उठाया है
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जयपुर: पुलवामा टेरर अटैक को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कटघरे में रखने की कोशिश कर रहे जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satpal Malik) ने कल सोमवार को एक बड़ा सियासी बयान दिया है. सत्यपाल मलिक ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रधानमंत्री पद का ”सीरियस उम्मीदवार” बताते हुए कहा कि अगर उनके भाग्य में है, तो वह प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे.
मलिक ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बारे में पूछने पर सोमवार को मीडियाकर्मियों से कहा, मैं उनके बारे में कैसे टिप्पणी कर सकता हूं. वह प्रधानमंत्री पद के सीरियस उम्मीदवार हैं और उनके भाग्य में होगा तो (प्रधानमंत्री) अवश्य बन जाएगे.
मलिक ने यह भी कहा कि उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दिन भी उठाया था और बाद में भी उठाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसी तरह किसानों का मुद्दा भी उन्होंने समय समय पर उठाया है.
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मलिक ने इंटरव्यू में कहा था- पुलवामा हमला केंद्र सरकार की विफलता थी
दरअसल, मलिक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में पुलवामा हमले के बारे में कहा था कि यह केंद्र सरकार की विफलता थी. उनके (मलिक के) इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सवाल किया था कि जब मलिक राज्यपाल थे तब उन्होंने कुछ क्यों नहीं कहा था?
मैं राज्यपाल था तब भी मैंने किसानों का मुद्दा उठाया था
सीकर के दौरे पर आए मलिक ने सोमवार को कहा मैंने तब भी पुलवामा मुद्दे को उठाया था…उसी दिन, अगले दिन और फिर बाद में भी कई बार उठाया था. जब मैं राज्यपाल था तब भी मैंने किसानों का मुद्दा उठाया था… यह कहना गलत है कि जब मैं पद से हट गया, तब मैंने यह उठाया.
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पुलवामा के अवन्तीपोरा में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे
बता दें कि पुलवामा जिले के अवन्तीपोरा में 14 फरवरी 2019 को, जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले सीआरपीएफ के वाहनों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 भारतीय सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए थे.
मोदी ने अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर कुछ नहीं बोला है जिससे उन्हें नुकसान होगा
पूर्व राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर कुछ नहीं बोला है जिससे उन्हें नुकसान होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पुलवामा मुद्दे पर भी बोलना चाहिए और अगर कोई जांच हुई है तो कार्रवाई होनी चाहिए.
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पुलवामा मुद्दे पर भी उनको स्पष्टीकरण देना चाहिए
सीकर में सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में सत्यपाल मलिक ने कहा मौजूदा परिस्थितियां उनके (भाजपा) लिए कठिन है. उनको कुछ चीजों को करना पड़ेगा. एक तो अडाणी वाले मामले में प्रधानमंत्री ने जवाब नहीं दिया है. संसद में वह बोले लेकिन अडानी वाले मामले पर कुछ नहीं कहा. उस पर अगर वह नहीं बोलेंगे तो नुकसान हो जाएगा और पुलवामा मुद्दे पर भी उनको स्पष्टीकरण देना चाहिए. अगर कोई जांच हुई है तो कार्यवाही करनी चाहिए.
विपक्ष सिर्फ PM पद का एक उम्मीदवार खड़ा कर दे, मोदी जी कहीं नहीं होंगे, हार जाएंगे
मलिक ने कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार खड़ा करता है तो मोदी कहीं नहीं होंगे, क्योंकि जनता ही (जीत और हार का) फैसला करती है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को सिर्फ इतना करना है कि एक उम्मीदवार के मुकाबले एक उम्मीदवार खड़ा कर दो…. मोदी जी कहीं नहीं होंगे… उसी में हार जाएंगे.
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राजस्थान में वसुंधरा राजे उम्मीदवार हों तो भाजपा की जीत के मौके अधिक
राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, इस संदर्भ में मलिक ने कहा कि अगर भाजपा राज्य विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में वसुंधरा राजे को पेश करती है, तो भाजपा की जीत की संभावना अधिक होगी. उन्होंने कहा वसुंधरा राजे अगर उम्मीदवार हों तो भाजपा की जीत के अवसर अधिक हैं अन्यथा भाजपा के लिए कोई उम्मीद नहीं है.
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राहुल गांधी को सदन में बोलने और अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाना चाहिए था
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने संबंधी सवाल पर मलिक ने कहा कि राहुल गांधी को सदन में बोलने और अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाना चाहिए था. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं पार्टी के अच्छे भविष्य की कामना करता हूं, लेकिन इस राजनीति और चुनाव में, पता नहीं क्या होगा ? मौजूदा स्थिति उनके लिए कठिन है, उन्हें कुछ चीजें करनी होगी.