नई दिल्ली. अरब सागर में उठे बेहद भीषण चक्रवात ‘बिपरजॉय’ को गुजरात में मौसम विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है. इस तूफान के कारण भारत में मानसून की दस्तक में भी देरी हुई है. हालांकि अब भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अब बताया कि यह तूफान मानसून के प्रवाह से पूरी तरह अलग हो चुका है और वह बारिश करने वाली इस प्रणाली या उसके प्रदर्शन पर अब कोई बुरा असर नहीं डालेगा.
आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवात ने अरब सागर के ऊपर भूमध्यरेखा के पार प्रवाह बढ़ाकर मानसून को प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों में आगे बढ़ने में मदद पहुंचाई है. उन्होंने कहा, ‘अब यह मानूसन प्रवाह से बिल्कुल अलग हो गया है. हमें मानसून के आगे बढ़ने या उसके प्रदर्शन पर चक्रवात द्वारा बड़े पैमाने पर असर डालने की उम्मीद नहीं है.’
वैज्ञानिकों ने पहले कहा था कि चक्रवात ने नमी एवं संवहन खींच लिया है तथा मानसून की तीव्रता पर असर डाला है और इस कारण केरल में मानसूनी बारिश में देरी हुई है. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा था कि प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों से मानसून चक्रवात के बीत जाने के बाद ही आगे बढ़ेगा.
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मानसून अपने सामान्य निर्धारित समय से करीब एक सप्ताह बाद आठ जून को भारत में केरल पहुंचा था. अनुसंधान से पता चलता है कि केरल पर मानसून के फैलने में देरी के कारण जरूरी नहीं है कि उत्तर पश्चिम भारत में भी मानसून में देरी हो.