विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojna) कमजोर वर्ग को लाभ पहुंचाएगी. इसके जरिए सरकार की कोशिश शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना और साथ ही उन्हें घरेलू बाजार और वैश्विक बाजार के साथ जोड़ना है.
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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को ‘PM विश्वकर्मा योजना’ (PM Vishwakarma Yojana को मंजूरी दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक दिन पहले ही लाल किले की प्राचीर से इस योजना का ऐलान किया था. योजना के माध्यम से कौशल कार्यों को बढ़ाने वाले कामगारों का कौशल विकास किया जायेगा. उन्हें लोन की सुविधा और बजार तक आसानी से पहुंचाने में भी मदद की जाएगी. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कैबिनेट बैठक के बाद योजना से जुड़ी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह यह योजना 13 हजार करोड़ रुपये की है और इससे 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को लाभ पहुंचेगा.
क्या है विश्वकर्मा योजना? (What Is PM Vishwakarma Yojna)
विश्वकर्मा योजना के जरिये ट्रेडिशनल काम करने वालों लोगों को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाया जाएगा. योजना के जरिए प्रशिक्षण, मॉडर्न टेक्निक के बारे में जानकारी, ब्रांड का प्रमोशन, लोकल और ग्लोबल मार्केट्स से जुड़ाव, डिजिटल पेमेंट्स और सोशल सेक्योरिटी प्रोवाइड किए जाने का प्रावधान किया जाएगा. सरकार का देश के हर कोने में एक विश्वकर्मा संस्थागत सपोर्ट मुहैया कराना है. इससे लोन लेने में आसानी होगी, साथ ही इसमें कौशल और टेक्निक के क्षेत्र में मदद, डिजिटल इंपॉवरमेंट, कच्चा माल और मार्केटिंग शामिल है.
रियायती दरों में मिलेगा 1 लाख तक का कर्ज
- इस योजना के तहत उपकरणों की खरीद में भी मदद की जाएगी.
- इसके तहत दो प्रकार का कौशल विकास कार्यक्रम होगा, जिसमें पहला ‘बेसिक’ और दूसरा ‘एडवांस’ होगा.
- कोर्स को करने वालों को रोजाना 500 रुपये का स्टाइपंड भी मिलेगा.
- मॉडर्न टूल्स खरीदने के लिए सरकार 15,000 रुपये का सपोर्ट देगी.
- योजना के तहत पहले चरण में एक लाख रुपये का तक कर्ज दिया जायेगा, जिस पर रियायती ब्याज (अधिकतम 5%) देय होगा.
- ‘विश्वकर्मा योजना’ को 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा पूजा के मौके पर लॉन्च किया जाएगा.
PM Vishwakarma Yojna का फायदा किसे मिलेगा?
विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojna) महिलाएं और कमजोर वर्ग को लाभ पहुंचाएगी. पीएम विश्वकर्मा योजना का फायदा कुम्हार, बढ़ई, सोनार, मूर्तिकार, फूल का काम करने वाले, मछली का जाल बुनने वाले, ताला-चाबी बनाने वाले को मिलेगा. योजना के जरिए सरकार की कोशिश शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना और साथ ही उन्हें घरेलू बाजार और वैश्विक बाजार के साथ जोड़ना है.
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लाल किले से क्या बोले थे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के कई समुदायों को नई ताकत देने के लिए अगले महीने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर ‘विश्वकर्मा योजना’ शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा था कि यह योजना भारत के लाखों व्यवसाइयों और कारीगरों के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक कार्यक्रम लागू करेंगे…परम्परागत कौशल्य वाले लोग, औजार से और अपने हाथ से काम करने वाले लोग, ज्यादातर ओबीसी समुदाय से हैं.
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सुथार हों, सुनार हों, राजमिस्त्री हों, धोबी हों, हमारे बाल काटने वाले भाई-बहन परिवार हों. ऐसे लोगों को एक नई ताकत देने के लिए हम आने वाले महीने में विश्वकर्मा जयंदी पर ‘विश्वकर्मा योजना’ शुरू करेंगे.