Chandrayaan-3 Vs Luna-25 Cost: चंद्रयान -3 ने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग कर ली है. लेकिन इससे ठीक पहले रूस का Luna-25 चंद्रमा तक पहुंचते ही क्रैश हो गया. क्या आपको पता है कि भारत के चंद्रयान-3 को बनाने में कितना पैसा लगाया गया है. रूस के Luna-25 के मुकाबले ISRO का चंद्रयान-3 कितना महंगा या सस्ता मिशन है.
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Chandrayaan-3 Vs Luna-25 Cost: चंद्रयान-3 मून मिशन सफल हो गया है और इसके लैंडर ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है. लॉन्च का लम्हा देश के लिए जितना रोमांचक था, उतना ही घबराहट वाला भी था. इसरो के चंद्रयान-3 ने सफलता हासिल कर दुनिया के सामने भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. लेकिन इससे ठीक पहले रूस ने भी मून मिशन पर अपना Luna-25 भेजा था. रूस का लूना-25 चंद्रमा तक पहुंचते-पहुंचते क्रैश हो गया. क्या आप जानते हैं चंद्रयान-3 को बनाने में जितनी लागत आई है, लूना-25 को बनाने में उससे तीन गुना ज्यादा लागत आई है.
इसरो के अनुसार, चंद्रयान-3 की लागत पिछले चंद्रमा मिशनों, यानी चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 की तुलना में कम है. इसरो के पूर्व अध्यक्ष के सिवन के अनुसार, इस मिशन के लिए अप्रूव्ड कॉस्ट 250 करोड़ रुपये है. यह चंद्रयान-3 मिशन के लैंड रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल की लागत है.
हमारे चंद्रमा मिशन की लॉन्च सर्विस की लागत 365 करोड़ रुपये है. इससे चंद्रयान-3 मिशन का कुल बजट 615 करोड़ रुपये हो गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंद्रयान-2 के लिए लैंडर, ऑर्बिटर, रोवर, नेविगेशन और ग्राउंड सपोर्ट नेटवर्क की लागत करीब 603 करोड़ रुपये थी.
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चंद्रयान-2 के लिए जीयोस्टेशनरी सेटेलाइट लॉन्च वेहिकल की लागत 375 करोड़ रुपये थी. चंद्रयान-2 का कुल बजट 978 करोड़ था, जो मौजूदा मून मिशन से कहीं ज्यादा है.
चंद्रयान-3 की लागत की तुलना अगर रूस के लूनर मिशन Luna-25 से करें तो भारत का ये मिशन तीन गुना कम लागत में तैयार है. Chandrayaan-3 के कांपेटिटर Luna-25, चंद्रमा पर क्रैश हो गया है. ये उम्मीद की जा रही थी कि लूना 25 की लैंडिंग Chandrayaan-3 से पहले हो जाएगी. Luna-25 मिशन की टोटल कॉस्ट 1600 करोड़ है.