All for Joomla All for Webmasters
बिज़नेस

Nashta Yojana: 31 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूल के 17 लाख बच्‍चों को मिलेगा इस योजना का लाभ, जानें इसके बारे में…

स्कूलों में उन्हें म‍िड डे म‍िल योजना के तहत दोपहर का भोजन दिया जाता है, लेकिन तमिलनाडु में अब सरकारी स्‍कूल के बच्‍चों को मुफ्त नाश्ता दिया जाएगा.

सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अलग-अलग राज्यों में कई योजनाएं लागू हैं. स्कूलों में उन्हें म‍िड डे म‍िल योजना के तहत दोपहर का भोजन दिया जाता है, लेकिन तमिलनाडु में अब सरकारी स्‍कूल के बच्‍चों को मुफ्त नाश्ता दिया जाएगा. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को तिरुक्कुवलई में प्राथमिक स्कूलों के छात्रों के लिए राज्य की ‘नाश्ता योजना’ (Nashta Yojana) का विस्तार किया. भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का नाम लिए बिना, उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और नीट को लेकर ‘विश्वासघात’ के लिए इसकी आलोचना की. विस्तार से सभी 31,008 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के लगभग 17 लाख छात्र लाभान्वित होंगे. पिछले साल जब स्टालिन ने इस पहल का उद्घाटन किया था, तब 1,545 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 5 तक के 1.14 लाख छात्रों को इस योजना के दायरे में रखा गया था.

ये भी पढ़ें  – SBI ने दी ग्राहकों को सौगात, अब केवल आधार के जरिए करा सकेंगे सरकारी योजनाओं में पंजीकरण; जानिए पूरी प्रक्रिया

योजना के विस्तार के उद्घाटन के अवसर पर तिरुक्कुवलाई में पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल में बच्चों को भोजन परोसने के बाद स्टालिन ने कहा कि यह योजना उस प्राथमिक विद्यालय में शुरू की गई है जहां पूर्व मुख्यमंत्री, दिवंगत एम. करुणानिधि ने पढ़ाई की थी और यह स्वर्णिम दिन है. उन्होंने कहा, ‘हालांकि मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं, लेकिन यह नाश्ता योजना मुझे संतुष्टि देती है.’ उन्होंने तमिल महाकाव्य मणिमेकलाई के एक श्लोक का हवाला दिया, जिसका अर्थ था कि भोजन देना जीवन देने के बराबर है.

‘द्रविड़ मॉडल शासन एक जीवनदायनी सरकार के रूप में काम कर रहा है.’ दिवंगत पेरियार ई.वी. रामासामी, सी.एन. अन्नादुरई और एम. करुणानिधि ने कहा था कि चाहे गरीबी हो या जाति, किसी को भी शिक्षा तक पहुंच में बाधक नहीं बनना चाहिए. ‘मैं उनके नक्शेकदम पर चल रहा हूं और उनके सपनों को पूरा कर रहा हूं.’ स्टालिन ने कहा कि द्रमुक शासन महाभारत के गुरु द्रोणाचार्य-एकलव्य प्रकरण के विपरीत सभी समुदायों को सभी प्रकार का ज्ञान प्रदान करने वाले सामाजिक न्याय के आदर्श द्वारा निर्देशित है.

ये भी पढ़ें – Madurai Train Fire: यात्री ट्रेन में अवैध तरीके से ले जा रहे थे गैस सिलेंडर, लगी भीषण आग; 9 यात्रियों की जलकर हुई मौत

स्टालिन ने कहा, ‘अभी भी कुछ विश्वासघाती गुरु हैं जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति और एनईईटी के नाम पर बाधाएं खड़ी कर रहे हैं.’ चेन्नई में उनके बेटे और कैबिनेट मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने विस्तारित योजना की शुरुआत की. सत्तारूढ़ द्रमुक, कांग्रेस सहित सहयोगी दलों के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इस योजना का उद्घाटन किया. द्रमुक सांसद कनिमोई ने तूतीकोरिन में एक सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ इस मौके पर नाश्ता किया.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top