Google पर आरोप था कि वह प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप्स के लिए यूजर्स से ज्यादा रकम वसूल रहा है. इस मामले में अमेरिकी अदलात में कंपनी केस हार गई.
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नई दिल्ली. दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी Google को अपनी मनमानी करने की कड़ी सजा मिली है. अब अमेरिका में कंपनी को 70 करोड़ डॉलर (करीब 5,823 करोड़ रुपए) चुकाने होंगे. दरअसल मार्केट में एंड्रॉइड की मजबूत स्थिति का गलत फायदा उठाने के केस में गूगल को कोर्ट में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा.
इस मामले में सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत ने आदेश दिया कि गूगल 63 करोड़ डॉलर की राशि कंज्यूमर्स के लिए एक सेटलमेंट फंड में डालेगा, जबकि 7 करोड़ डॉलर की राशि राज्यों को मिलेगी. हालांकि, इस फैसले पर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है. इस फैसले के बाद भारत में भी गूगल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि कंपनी, भारत में भी एंड्रॉइड की मजबूत स्थिति का गलत फायदा उठाने से जुड़े एक मामले का सामना कर रही है.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल Google पर आरोप था कि वह प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप्स के लिए यूजर्स से ज्यादा रकम वसूल रहा है. इसके लिए कंपनी अवैध तरीके से पाबंदियां लगा रही है और ऐप्स के डिस्ट्रिब्यूशन में भी भेदभाव कर रही है. इसके अलावा, ग्राहकों से ऐप के अंदर लेनदेन करने पर भी अनावश्यक शुल्क वसूलने का आरोप था.
यूजर्स को कितना पैसा मिलेगा
इस केस में अमेरिकी अदालत के आदेश के बाद, हर ग्राहक को सेटलमेंट में कम से कम 2 डॉलर की रकम मिलेगी. वहीं, गूगल प्ले स्टोर पर ग्राहकों द्वारा 16 अगस्त 2016 से 30 सितंबर 2023 के बीच खर्च की गई राशि के हिसाब से उन्हें अतिरिक्त रकम दी जाएगी. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले से जुड़े वकीलों की मानें तो करीब 10.2 करोड़ यूजर्स को इस सेटलमेंट अमाउंट का हिस्सा पाने के लिए एलिबिजल हो सकते हैं.
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वहीं, भारत में भी भारत में भी एंड्रॉइड की मजबूत स्थिति का गलत फायदा उठाने से जुड़े एक मामले में प्रतिस्पर्धा आयोग ने गूगल पर 1337 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके बाद गूगल ने NCLT में अपील की है, जिसने प्रतिस्पर्धा आयोग के फैसले को सही बताया. अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है जिस पर अंतिम फैसला आना है.