PF Withdrawl Scheme : डब्ल्यूएचओ ने पिछले दिनों कहा था कि अब भारत सहित दुनियाभर में कोविड के आपात प्रोटोकॉल खत्म किए जा सकते हैं. इसे आधार बनाकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने भी अपनी एक योजना बंद करने का फैसला किया है. 3 साल में करीब सवा 2 करोड़ लोगों ने इस योजना का फायदा उठाया था.
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नई दिल्ली. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के करीब 7 करोड़ सब्सक्राइबर के लिए बड़ी खबर आई है. संगठन ने कोरोनाकाल में शुरू की गई एक योजना को बंद करने का फैसला किया है. 3 साल के भीतर करीब 2.2 करोड़ पीएफ खाताधारकों ने इस योजना का फायदा उठाया था. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि EPFO इस योजना को बंद कर रहा है, क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना खत्म होने को लेकर अपडेट दिया था.
दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कुछ दिन पहले बयान जारी कर कहा था कि कोरोना की आपात जैसी स्थिति अब समाप्त हो चुकी है. लिहाजा दुनियाभर में इसे लेकर लागू किए गए प्रोटोकॉल भी खत्म किए जा सकते हैं. WHO के इस बयान के बाद ईपीएफओ ने भी कोरोनाकाल में शुरू की गई अपनी एक खास स्कीम को बंद करने का फैसला किया है.
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क्यों खास थी यह स्कीम
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार, EPFO ने पिछले दिनों एक मीटिंग में ऐलान किया था कि कोविड एडवांस स्कीम को अब बंद किया जा रहा है. इस योजना के तहत पीएफ सब्सक्राइबर को बिना कोई कारण बताए अपने खाते से पैसे निकालने की छूट थी. हर खाताधारक योजना के तहत 2 बार पैसे निकाल सकता था. हालांकि, इस बारे में अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी हुआ है, लेकिन बैठक में इसे लेकर फैसला हो चुका है.
क्या अभी कर सकते हैं अप्लाई
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जल्द जारी हो जाएगा. फिलहाल EPFO की ऑफिशियल वेबसाइट पर कोविड एडवांस सुविधा के ऑप्शन को बंद कर दिया गया है. लिहाजा अब पीएफ खाताधारक इस योजना के तहत अप्लाई नहीं कर सकेंगे.
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एक्सपर्ट ने बताया सही फैसला
श्रम अर्थशास्त्री केआर श्याम सुंदर का कहना है कि EPFO का यह फैसला सही है, लेकिन काफी देर से लिया गया. उसे पहले ही इस सुविधा को बंद कर देना चाहिए. यह सुविधा कोरोनाकाल में प्रभावित लोगों को आर्थिक मदद के लिए शुरू की गई थी और करीब 30 फीसदी सब्सक्राइबर ने इसका फायदा भी उठाया. ज्यादा निकासी की वजह से EPFO के पास निवेश करने के लिए पर्याप्त फंड नहीं बचेगा और उसके रिटर्न देने के लिए ज्यादा जोखिम उठाना पड़ेगा.
योजना से मिला बड़ा फायदा
कोविड के दौरान आपात स्थिति में शुरू की गई इस योजना का फायदा करीब 2.2 करोड़ सब्सक्राइबर उठा चुके हैं. 3 साल के दौरान 48,075.75 करोड़ रुपये की निकासी पीएफ खाते से की गई. ईपीएफओ की रिपोर्ट में बताया गया कि वित्तवर्ष 2020-21 में 17,106.17 करोड़, 2021-22 में 19,126.29 करोड़ और 2022-23 में 11,843.23 करोड़ रुपये की निकासी हुई. ईपीएफओ के पास अभी करीब 6 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं और 20 लाख करोड़ से ज्यादा का फंड है.
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कितना पैसा निकालने की थी छूट
योजना के तहत पीएफ खाताधारकों को अपनी बेसिक सैलरी का 3 गुना या फिर खाते में जमा कुल राशि का 75 फीसदी, दोनों में जो भी कम हो, वह राशि निकालने की छूट थी. इस पैसे को वापस खाते में डालने की जरूरत नहीं थी. इसका फायदा सभी पीएफ खाताधारकों को समान रूप से दिया गया और यही कारण रहा कि एक तिहाई कर्मचारियों ने इसका फायदा उठाया.