पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ चल रही ईडी की जांच में अभी तक फॉरेक्स संबंधी किसी उल्लंघन के साक्ष्य सामने नहीं आए हैं. एक सरकारी सूत्र ने इस संबंध में सोमवार को यह बात कही.
नई दिल्ली. भारत में वित्तीय अपराध से लड़ने वाली एजेंसी ईडी द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक में विदेशी मुद्रा संबंधी नियमों के तथाकथित उल्लंघनों के संबंध में अभी तक कोई सबूत नहीं पाया गया है. इस मामले से सीधे तौर पर परिचित एक सरकारी सूत्र ने सोमवार को इस जानकारी दी है. पिछले हफ्ते, ईडी ने वन 97 कम्युनिकेशंस की एक इकाई, पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा किए गए विदेशी लेनदेन की जांच करने का ऐलान किया था.
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31 जनवरी को भारतीय रिज़र्व बैंक की घोषणा के बाद से पेटीएम के शेयरों में 50% से अधिक की गिरावट आई है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक अब अपने खातों या वॉलेट में नए फंड स्वीकार नहीं कर सकता है. इस खबर के बाद पेटीएम के शेयरधारकों की संपत्ति में लगभग 3.1 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है.
केवाईसी प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ियां
सूत्र ने कहा, जांच में नो-योर-कस्टमर नियमों से संबंधित कुछ खामियां पाई गई हैं, जो यूजर्स की प्रोफाइल को सत्यापित करते हैं. लेकिन, सूत्र ने कहा, “प्रवर्तन निदेशालय ने अभी तक पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा किसी भी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन का पता नहीं लगाया है.” सूत्र ने कहा कि बैंक द्वारा संदिग्ध ट्रांजेक्शन की कोई रिपोर्ट नहीं जेनरेट करने की बात सामने आई है. ईडी अभी तक यह तय नहीं कर पाया है कि वह किसी उल्लंघन के संबंध में पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आपराधिक धाराएं लगाएगा या नहीं.
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जांच में सहयोग दे रहा पेटीएम
पेटीएम ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह ईडी को जांच में सहयोग दे रहा है और जानकारी मुहैया करा रहा है. सोमवार को पेटीएम के शेयरों में 5 फीसदी का उछाल भी देखने को मिला. पिछले 2 सत्रों में शेयरों में 10 फीसदी से थोड़ा अधिक उछाल देखने को मिला है.
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थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर
पेटीएम ब्रांड की पेरेंट वन97 कम्युनिकेशंस और एक्सिस बैंक मिलकर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस चलाने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के पास थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर के लिए आवेदन करेंगे. दोनों पक्ष पिछले कुछ दिनों से यूपीआई की देखरेख और विनियमन करने वाली इकाई एनपीसीआई के साथ चर्चा कर रहे हैं.