नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) की लिस्टिंग की सुगबुगाहट तेज हो गई हैं। टाटा ग्रुप की लिस्टेड कंपनी का कंबाइंड मार्केट कैप करीब 30 लाख करोड़ रुपये है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्रुप की कंपनियों के मौजूदा मार्केट कैप के आधार पर टाटा संस की वैल्यूएशन सात से आठ लाख करोड़ रुपये हो सकती है। टाटा संस के लिस्टेड इन्वेस्टमेंट्स की मार्केट वैल्यू करीब 16 लाख करोड़ रुपये है। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग फर्म स्पार्क पीडब्ल्यूएम की एक रिपोर्ट के मुताबिक अनलिस्टेड इन्वेस्टमेंट्स और टाटा टेक्नोलॉजीज, टाटा मेटालिक्स और रैलिस जैसी स्टेप-डाउन सब्सिडियरीज की वैल्यू एक से 1.5 लाख करोड़ रुपये हो सकती है। सवाल यह है कि टाटा संस के मेगा आईपीओ से सबसे ज्यादा फायदा किसे होगा? जानकारों का मानना है कि इसका सबसे ज्यादा फायदा टाटा केमिकल्स के निवेशकों को होगा।
निवेशकों ने पहले ही टाटा केमिकल्स पर दांव लगाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर आठ फीसदी तेजी के साथ 1,084.80 रुपये पर पहुंच गया। टाटा संस ने पिछले साल टाटा संस को अपर-लेयर एनबीएफसी के तौर पर क्लासीफाई किया था। नियमों के मुताबिक कंपनी को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होना जरूरी है। पिछले साल खबर आई थी कि टाटा संस की वैल्यू 11 लाख करोड़ रुपये हो सकती है। अगर कंपनी पांच फीसदी हिस्सेदारी बेचती है तो इसका आईपीओ साइज करीब 55,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। 2022 में एलआईसी का आईपीओ 21,000 करोड़ रुपये का था।
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किसकी कितनी हिस्सेदारी
टाटा संस में दोराबजी टाटा ट्रस्ट की 28 फीसदी और टाटा ट्रस्ट 24 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा मोटर्स और टाटा केमिकल्स की इसमें करीब तीन फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि टाटा पावर की दो फीसदी और इंडियन होटल्स की एक फीसदी हिस्सेदारी है। स्पार्क कैपिटल की कैलकुलेशन के कारण टाटा संस में टाटा केमिकल्स की तीन फीसदी स्टेक की वैल्यू करीब 19,850 करोड़ रुपये है जो कंपनी की मार्केट वैल्यू की करीब 80 फीसदी है। आरबीआई के नियमों के मुताबिक ने केवल टाटा संस बल्कि टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज को भी सितंबर 2025 तक लिस्ट किया जाना जरूरी है।
इस बीच टाटा ग्रुप की एक ओर होल्डिंग कंपनी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (Tata Investment Corporation) के शेयरों में काफी तेजी देखी जा रही है। इस साल के पहले दो महीनों में इसमें 100 फीसदी तेजी आई है जबकि पिछले एक साल में यह 335 परसेंट चढ़ चुका है।
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ट्रेंट (Trent) और टाटा मोटर्स (Tata Motors) जैसे शेयरों में पिछले एक साल में 100 फीसदी तेजी आई है। टाटा ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों का कंबाइंड मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक है जो पाकिस्तान की पूरी इकॉनमी से अधिक है।