दुबई (संयुक्त अरब अमीरात). ईरान में एक बार फिर से खूनी संघर्ष हुआ है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार भी सशस्त्र हमला पाकिस्तान की सीमा से लगते ईरानी प्रांत में हुआ है. दक्षिण पूर्वी ईरान में तीन अलग-अलग इलाकों में झड़प के बाद सुरक्षाबलों ने बंदूकधारियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ा लिया और इन झड़पों में 18 बंदूकधारी मारे गए और 10 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है. सरकारी मीडिया की ओर से यह जानकारी दी गई.
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘ईरना’ की खबर के मुताबिक, राजधानी तेहरान से लगभग 1,400 किलोमीटर दूर सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में रात में लड़ाई शुरू हुई जब बंदूकधारियों ने रस्क और सरबाज शहर में रिवोल्यूशनरी गार्ड की चौकियों और चाहबहार शहर में एक तट रक्षक स्टेशन पर गोलीबारी की. अचानक हुए हमले से सुरक्षाबल भी चौंक गए. हमले का पता चलते ही जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया. इसके बाद दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलीबारी होने लगी.
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कई लोगों को बनाया गया था बंधक
सरकारी टीवी ने बताया कि बंदूकधारियों ने दो स्थानों पर कई नागरिकों को बंधक बना लिया और कुछ हमलावरों ने आत्मघाती जैकेट पहन रखी थी. सुरक्षाबलों के तीन क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल करने से पहले गोलीबारी शुरू हो गई. सरकारी टीवी ने कहा कि मारे गए 10 सुरक्षा कर्मियों में रिवोल्यूशनरी गार्ड और उससे जुड़े 6 सैनिक, दो पुलिसकर्मी और तट रक्षक बल के दो सदस्य शामिल हैं. खबर में कहा गया है कि कम से कम 10 अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है.
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जैश अल-अदल पर आरोप
सरकारी मीडिया ने आतंकवादी समूह जैश अल-अदल को दोषी बताया है, जो कथित तौर पर जातीय अल्पसंख्यक समुदाय बलूच के अधिकारों के लिए संघर्ष का दावा करता है. हालांकि, किसी भी समूह ने अब तक जिम्मेदारी नहीं ली है. बता दें कि इससे पहले भी सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा चुका है. इस हमले में ईरान ने पाकिस्तान की भूमिका होने का आरोप लगाते हुए पड़ोसी देश में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला कर दिया था. पाकिस्तान ने भी पलटवार करते हुए ईरान पर एयर स्ट्राइक की थी.