रूस के इस हमले में यूक्रेन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. यूक्रेन के कई बड़े शहर तबाह हो गए हैं. वहां रहने वाले लोग पिछले कई दिनों से बंकरों में किसी तरह अपनी जान बचाकर रह रहे हैं.
पिछले 10 दिन से यूक्रेन पर लगातार रूस का जोरदार हमला जारी था, लेकिन अब रूस की तरफ से सीजफायर की बात कही गई है. उम्मीद ये है कि अब आगे बातचीत से ही पूरा मसला सुलझाया जाएगा. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का एक बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि, यूक्रेन के झंडे पर कोई खून के दाग नहीं हैं.
यूक्रेन के झंडे पर नहीं कोई दाग – जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस दौरान रूस और पुतिन पर निशाना साधते हुए कहा कि, हमारे झंडे पर काले धब्बे नहीं हैं और कभी नहीं होंगे, कोई स्वास्तिक भी हमारे झंडे पर नहीं है. यूक्रेन का झंडा एक जमीन है, जहां शांति है, जो उपजाऊ है और यहां कोई टैंक नहीं हैं. हमारा आसमान शांतिपूर्ण, साफ, नीला और बिना रॉकेट्स का है. यही पहले था और आगे भी ऐसा ही रहेगा.
बता दें कि, जेलेंस्की लगातार रूसी सेना के आगे मुकाबले के लिए डटे थे. हमला शुरू होने के बाद से लेकर अब तक वो दुनियाभर के तमाम बड़े देशों से बात कर चुके हैं. वहीं जेलेंस्की ने पहले से ही साफ कर दिया था कि वो रूस के आगे कभी भी घुटने नहीं टेकेंगे. जंग के बीच हुई बातचीत के दौरान भी यूक्रेन के डेलीगेशन ने किसी भी शर्त को मानने से पहले सीजफायर की मांग रखी थी. जिसके बाद अब आखिरकार रूस ने यूक्रेन के कई बड़े शहरों में सीजफायर किया है.
रूसी हमले से यूक्रेन को भारी नुकसान
रूस के इस हमले में यूक्रेन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. यूक्रेन के कई बड़े शहर तबाह हो गए हैं. वहां रहने वाले लोग पिछले कई दिनों से बंकरों में किसी तरह अपनी जान बचाकर रह रहे हैं. कीव और खारकीव जैसे शहरों में रूसी बमबारी सबसे ज्यादा हुई. यहां से लगभग सभी लोगों को बाहर निकाल दिया गया था. हालांकि इस हमले में हजारों लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी. उधर यूक्रेन ने भी दावा किया कि उनके हमले से रूस की सेना को बड़ा नुकसान हुआ है. यूक्रेन का दावा है कि रूस के 9 हजार से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं. इस जंग के बीच फिलहाल अब उम्मीद की एक किरण दिखाई दी है, जिससे लगता है कि जल्द रूस और यूक्रेन के बीच कोई समाधान निकलेगा और पहले की तरह सब ठीक होगा.