Gorakhpur News : गोरखपुर में माफिया अजीत शाही के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई की गई है. उसके मकान पर प्रशासन का बुलडोजर चला है जिससे घर और दुकान जमीनदोज हो गए और फिर जमीन को गोरखपुर नगर निगम ने अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस के डर से माफिया शाही ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर लिया था.
विनय सिंह/गोरखपुर : गोरखपुर में माफिया अजीत शाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा रही है. कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुके माफिया की काली कमाई से बनाए गए मकान, दुकान और गोदाम पर आज से गोरखपुर नगर निगम का बुलडोजर चल रहा है. पिछली सरकारों में नगर निगम की जमीन पर अवैध रूप से माफिया अजीत शाही ने कब्जा कर लिया था. उसने इन जमीनों पर अपनी दुकान और ऑफिस बना रखा था.
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मिट्टी में मिल गई बल्डिंग
आज यानी 12 जून, सोमवार को दोपहर 12:00 बजे गोरखपुर पुलिस के साथ नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और अवैध कब्जे को तोड़कर उसे मिट्टी में मिला दिया. गोरखपुर फल मंडी रोड पर बेतियाहाता है जहां पर माफिया के कब्जाए मैरेज हाउस पर बुलडोजर चलाया गया. वहीं जब मिट्टी में बल्डिंग मिल गई तो प्रशासन ने पूरी जमीन अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया.
नगर निगम की जमीन पर कब्जा
हालांकि माफिया शाही ने पुलिस दबाव के बढ़ते ही अजीत शाही ने खुद को तो कोर्ट में सरेंडर किया लेकिन अब बारी है उसकी क्राइम हिस्ट्री को खोलकर उसके सभी गुनाहों का हिसाब करने का और इसके लिए गोरखपुर पुलिस एक्टिव भी है. अजीत शाही ने नगर निगम की जिस जमीन पर अपना कब्जा कायम किया था उसे 10 करोड़ से अधिक की कीमत का बताया जा रहा है.
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दर्ज हैं कई मामले
आपको बता दें कि अजीत शाही के ऊपर 36 से अधिक मुकदमे गोरखपुर में दर्ज किए गए हैं, इसमें हत्या, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर, धमकी और रंगदारी जैसे गंभीर मामले हैं. गोरखपुर जिले में शाही टॉप 10 की लिस्ट में शामिल है जिस पर कई और तरह के मामले दर्ज है. रेलवे कोऑपरेटिव बैंक में पहुंचकर धमकी देने का मामला हो या फिर रंगदारी वसूलने का, ऐसे कई मामले हैं जिसको लेकर उसके ऊपर केस चलाया जा रहा है.