नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Share Market में बुधवार को कारोबार की शुरुआत कुछ तेजी के साथ हुई। Sensex 58,247.09 स्तर के पिछले बंद के मुकाबले 58,354.11 अंक पर खुला। इस दौरान Sensex ने 58,388.99 का High बनाया। Titan, NTPC, Bharti Airtel समेत 20 कंपनियों के शेयर हरे निशान पर थे। वहीं Nifty 50 Index 17,387.65 अंक पर खुलने के बाद और चढ़ा और 17418 अंक के स्तर पर पहुंच गया।
एक दिन पहले शेयर बाजारों में गिरावट का रुख खत्म हुआ था। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच आईटी, बैंक और इंजीनियरिंग शेयरों में तेजी से बाजार को मजबूती मिली। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 69.33 अंक यानी 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,247.09 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 24.70 अंक यानी 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,380 अंक की रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 4.07 प्रतिशत की तेजी के साथ इंडसइंड बैंक सर्वाधिक लाभ में रहा। इसके अलावा एचसीएल टेक, बजाज ऑटो, टेक महिंद्रा, एल एंड टी, कोटक बैंक, टाइटन और टीसीएस में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।
दूसरी तरफ गिरावट वाले शेयरों में नेस्ले इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचयूएल, एचडीएफसी, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व और बजाज फाइनेंस शामिल हैं। इनमें 1.07 प्रतिशत की गिरावट आयी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच अच्छी शुरुआत के बावजूद घरेलू शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त महीने में 5.3 प्रतिशत रही जो भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजक स्तर के दायरे में है। खाद्य महंगाई दर कम होने से मुद्रास्फीति घटी है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, गैर-खाद्य वस्तुओं के दाम में तेजी से थोक मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बढ़कर 11.39 प्रतिशत रही। इससे पहले, पिछले दो महीनों में इसमें गिरावट दर्ज की जा रही थी। वहीं, वैश्विक स्तर पर, अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आज जारी होने से पहले वैश्विक बाजारों में निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि बाजार अभी स्वयं को सुदृढ़ कर रहा है। हालांकि, सूचकांक उच्च स्तर पर बने हुए हैं, लेकिन बैंक शेयरों के बिना इसमें गति मुश्किल है। बैंक शेयरों में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है। इन सबके बीच, हमारा रुख सकारात्मक है लेकिन स्थिति बदलने तक निवेशकों को सतर्क रुख अपनाने की सलाह दी जाती है।