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जम्मू और कश्मीर

गणतंत्र दिवस समारोह में आतंकी डाल सकते हैं खलल, सीमांत इलाकों जम्मू-पठानकोट हाईवे पर हाई अलर्ट

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पठानकोट में बीएसएफ को सुरक्षा के कड़े इंतजाम के तौर पर हिमाचल प्रदेश-पठानकोट चेक पोस्ट पर तैनात किया गया है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों से पठानकोट में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की भी गहन जांच की जा रही है।

जम्मू, राज्य ब्यूराे : पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को शह देने के लिए गणतंत्र दिवस से पहले जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने के साथ ड्राेन से हथियार भेजने जैसी नापाक हरकत करने की तैयारी में है। सीमा पार से ऐसी सूचनाएं मिलने के बाद सीमा सुरक्षा बल ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और जम्मू-पठानकोट हाईवे पर हाई अलर्ट की घोषणा करने के साथ सीमा को खंगालने की अपनी मुहिम को तेज कर दिया है।

जम्मू-कश्मीर से जुड़ने वाले हिमाचल प्रदेश-पंजाब पर बीएसएफ के विशेष नाके बनाए गए हैं। जम्मू-पठानकोट हाईवे पर हाई अलर्ट जारी किया गया है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लिए यहां सुरक्षाबलों की संख्या भी बढ़ाई गई है। हाईवे व सीमा से सटे इलाकों में बीएसएफ के गश्ती दल लगातार निगरानी रखे हुए हैं। राष्ट्र विरोधी तत्वों के मंसूबों को नाकामयाब बनाने के लिए बीएसएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवान चप्पे-चप्पे पर मुस्तैदी से तैनात हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा, नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा ग्रिड को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

यही नहीं जिला कठुआ, सांबा के सीमांत इलाकों व हाईवे के साथ लगते सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए दोनों इलाकों में लगातार गश्त लगाई जा रही है। हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशनों सहित जम्मू में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बीएसएफ, जो जम्मू क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) की रक्षा करता है, कड़ी निगरानी बनाए हुए है। पठानकोट में बीएसएफ को सुरक्षा के कड़े इंतजाम के तौर पर हिमाचल प्रदेश-पठानकोट चेक पोस्ट पर तैनात किया गया है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों से पठानकोट में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की भी गहन जांच की जा रही है।

उच्च पदस्थ सूत्रों के ऐसी पुख्ता खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू के सांबा सेक्टर में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की साजिश रची गई है। ऐसे में दुश्मन की चाल नाकाम बनाने के लिए त्रिस्तरीय रणनीति पर काम हो रहा है। सीमा के संवेदनशील इलाकों में पहले सीमा सुरक्षाबल, उसके बाद सेना व तीसरे चक्र में जम्मू कश्मीर पुलिस ने तैनाती बढ़ाने के साथ पैट्रोलिंग में तेजी के साथ अतिरिक्त नाके लगा दिए हैं। सीमा पर संदिग्ध लाेगों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ग्रामीणों की भी मदद ली जा रही है।

मिल रही खुफिया जानकारियों के अनुसार इस समय जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार आतंकवादियों के चार दल सक्रिय हैं। ऐसे पुख्ता सूचनाएं हैं कि इन दलाें ने कुछ इलाकों में रेकी भी की है। ऐसे में इस समय सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी लगातार सीमा के दौरे कर रहे हैं। जम्मू फ्रंटियर के आईजी डीके बूरा के साथ सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त डीजी एनएस जम्वाल भी सीमा के हालात पर पैनी नजर रखे हुए हैं।

सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जागरण को बताया कि हमने दुश्मन की चाल नकारने के लिए सीमा पर पूरी तैयारी कर रखी है। ठंड से उपजे हालात को देखते हुए सीमा को सुरक्षित बनाने के पूरे प्रबंध किए गए हैं। सीमा प्रहरियों का हौसला बुलंद है। गणतंत्र दिवस को सुरक्षित बनाने के लिए सेना व पुलिस के साथ बेहतर समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है।

वहीं जम्मू कश्मीर पुलिस ने गणतंत्र दिवस की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत लगाई है। पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह लगातार बैठकें कर तैयारियों को तेजी दे रहे हैं। डीजी का कहना है कि हमारी ओर से सभी सुरक्षा प्रबंध किए हैं। उनका कहना है कि मिल-जुलकर निगरानी करने की व्यवस्था के तहत कड़ी सर्तकता से देशविरोधी तत्वों के मंसूबों को नाकाम बनाया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर में सेना-स़ुरक्षा बलों के मिलकर दुश्मन को नाकाम बनाने की रणनीति कुछ दिन पहले हुई एकीकृत मुख्यालय की बैठक में बनी थी। अब भले ही संभागीय स्तर पर कोर ग्रुप की बैठक को कोरोना से उपजे हालात में टाल दिया गया हो लेकिन काम मिल-जुलकर ही हो रहा है। देश के दुश्मनों को लेकर मिलने वाली सभी खुफिया जानकारी साझा करने के बाद एक-दूसरे को विश्वास में लेकर ही आगे की कार्यवाही की जा रही है।

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