जियो पॉलिटिकल रिस्क बढ़ने से MCX पर सोना 2.15 फीसदी मजबूत होकर 51750 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया है. आज के कारोबार में सोने में करीब 1300 रुपये की तेजी आई है.
Gold Prices Today: रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ एलान ए जंग से सोने की चमक बढ़ी है. जियो पॉलिटिकल रिस्क बढ़ने से MCX पर सोना 2.15 फीसदी मजबूत होकर 51750 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया है. आज के कारोबार में सोने में करीब 1300 रुपये की तेजी आई है. वहीं इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना 1950 डॉलर प्रति औंस के भाव पर पहुंच गया है. निवेशक सेफ हैवन एसेट के चलते इक्विटी से निकलकर सोने में खरीदारी कर कर रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि जियोपॉलिटिकल रिस्क बढ़ने से सोने के लिए नियर टर्म में आउटलुक बेहद मजबूत है. सोना शॉर्ट टर्म में ही 53000 रुपये प्रति 10 ग्राम का भाव छू सकता है.
जियोपॉलिटिकल रिस्क बढ़ने से आज जहां सोने में 2.15 फीसदी तेजी है, वहीं चांदी भी 2 फीसदी मजबूत हुआ है. क्रूड में 5 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है और यह 101 डॉलर प्रहत बैरल के पार चला गया है. रुपये में डॉलर के मुकाबले 0.59 फीसदी कमजोरी आई है. नेचुरल बैस की कीमतों में 6 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है. वहीं निकल 2 फीसदी और एल्यूमीनियम भी 2 फीसदी चढ़ा है.
शॉर्ट टर्म ट्रेडर कैसे कमाएं मुनाफा
IIFL सिक्योरिटीज के VP (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि इंटरनेशनल मार्केट में सोना 1950 डॉलर प्रति औंस के पास ट्रेड कर रहा है. यह अगले कुछ दिनों में 1980 डॉलर प्रति औंस का लेवल दिखा सकता है और इसके बाद इसका अगला पड़ाव 2050 डॉलर प्रति औंस का होगा. वहीं चांदी भी बहुत जल्द 27 डॉलर और उसके बाद 30 डॉलर का लेवल दिखा सकती है.
अगर शॉर्ट टर्म ट्रेडर हैं तो सोने में 50500 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस पास खरीदारी करें. 48800 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाएं और पहला टारगेट 53000 रुपये का और दूसरा टारगेट 55000 रुपये बनाकर खरीदारी करें. वहीं चांदी में 65000 रुपये प्रति किलो के भाव पर खरीदारी करें, जबकि 62500 रुपये पति किलो पर स्टॉप लॉस लगाएं. चांदी के लिए पहला टारगेट 68000 रुपये और दूसरा टारगेट 70000 रुपये प्रति किलो का रखें.
गोल्ड को क्यों मिलेगा सपोर्ट
एक्सपर्ट का कहना है कि सोने में तेजी नियर टर्म में जारी रहेगी. रूस और यूक्रेन संकट गहराने से दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दबाव है. क्रूड की कीमतें 8 साल के हाई 101 डॉलर प्रति बैरल पर हैं. वहीं, महंगाई, इंटरेस्ट रेट बढ़ने की आशंका और बॉन्ड यील्ड में तेजी जैसे फैक्टर भी बाजार में मौजूद हैं. इस वजह से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिलेगा.