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उत्तर प्रदेश

अल्फा, बीटा, डेल्टा, गामा और ओमीक्रोन होंगे गुजरे जमाने की बात, यूं बदल जाएगी ग्रेटर नोएडा की तस्वीर

अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, ओमीक्रोन इन सबके नाम बदल सकते हैं. अगर आप ग्रेटर नोएडा में रहते हैं तो यह खबर खासतौर पर आपके लिए है और अगर आपके परिजन यहां रहते हैं तो आप भी इस खबर को जरूर पढ़ें. आजकल जब अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमीक्रोन शब्द सामने आते हैं तो हर किसी के जेहन में कोरोना वेरिएंट्स ही आते हैं.

नोएडा : अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा (Delhi) , ओमीक्रोन (Omicron) इन सबके नाम बदल सकते हैं. अगर आप ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में रहते हैं तो यह खबर खासतौर पर आपके लिए है और अगर आपके परिजन यहां रहते हैं तो आप भी इस खबर को जरूर पढ़ें. आजकल जब अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमीक्रोन शब्द सामने आते हैं तो हर किसी के जेहन में कोरोना वेरिएंट्स (Corona Variant) ही आते हैं. जिन लोगों को जानकारी नहीं है उन्हें बता दें कि ग्रेटर नोएडा में इन रोमन नंबरों से सेक्टर बंटे हुए हैं. यह रिहायशी सेक्टर हैं और अब खबर है कि इनके नाम बदले जा सकते हैं. यही नहीं टेकजोन नाम भी खत्म हो सकते हैं

ग्रेटर नोएडा के इन सेक्टरों का नाम सेक्टर-एक, दो, तीन रखने पर सहमति बन गई है और जल्द ही इनके नाम बदले जा सकते हैं. नाम बदलने पर सहमति तो बन चुकी है और इसकी तैयारी भी की जा रही है. इस प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाने के लिए प्राधिकरण ने कमेटी गठित कर दी है. यानी हो सकता है जल्द ही Abha, Beta, Gama, Delta, Omicron जैसे सेक्टर गुजरे जमाने की बात बन जाएं.

हालांकि, प्राधिकरण की यह कमेटी ग्रेटर नोएडा के निवासियों से भी सुझाव लेगी और उसके बाद ही इस योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा. बता दें कि साल 1991 में जब ग्रेटर नोएडा का गठन किया गया था, उसके बाद यहां के सेक्टरों के नाम अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, ओमीक्रॉन, म्यू, ज्यू, चाई-फाई, पाई आदि रखे गए थे. इसके बाद इन नामों के आगे वन, टू थ्री और जोड़ दिए गए

बाद के दौर में कई जगह रोमन अंकों वाले इन सेक्टरों के पास संख्यात्मक अंकों वाले सेक्टर भी बसा दिए गए. जैसे- रिहायशी सेक्टर स्वर्णनगरी के पास ही सेक्टर 36 और 37 को बसाया गया है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सेक्टर एक, दो, तीन, 10, 12, बसाए गए हैं. इनके बीच के कई अंक वाले सेक्टर यहां मौजूद ही नहीं हैं. कई नंबर वाले सेक्टर के आगे ए, बी भी जोड़ दिया गया है, जिसके कारण इन्हें लिखने, बोलने और समझने में असमंजस की स्थिति बन जाती है.

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ नरेंद्र भूषण की अध्यक्षता में गुरुवार को एक बैठक हुई. इस बैठक में एसीईओ दीप चंद्र व अमनदीप डुली सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. प्राधिकरण की इस बैठक में सेक्टरों के नाम बदलने पर सहमति बन गई. औद्योगिक सेक्टरों के नाम ईकोटेक से रहेंगे. संस्थागत और आईटी सेक्टरों के नाम नॉलेज पार्क वन, टू, थ्री, फोर, फाइव इस तरह से रहेंगे.

इस बैठक में टेकजोन नाम को खत्म करने पर भी सहमति बनी और इन्हें सेक्टर एक, दो, तीन, चार जैसे संख्यात्मक सेक्टरों में बदला जाएगा. यदि यह फैसला लागू हो जाता है तो संपत्ति की लीज डीड होने पर नए नाम के साथ कोष्टक में पुराने नाम भी लिखे जाएंगे, ताकि किसी को किसी तरह की कोई शंका न रहे और असमंजस की स्थिति पैदा न हो. हालांकि, अंतिम फैसला ग्रेटर नोएडा वासियों से सुझाव लेने के बाद ही लिया जाएगा.

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