पतले टेक्सचर और स्ट्रेट बालों के लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग करना सही नहीं है, क्योंकि यह बालों का वजन कम और चिकना भी बना देता है। इस तेल में ओलेयूरोपिन नामक कॉम्पोनेंट होता है, जो बालों के ग्रोथ साइकिल को प्रभावित करता है। यह तेल कॉमेडोजेनिक नेचर का है, जिसके कारण स्कैल्प के स्किन के पोर्स को बंद कर देता है और एक्ने पैदा करता है। अगर किसी को एक्ने हैं, तो ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से बचें।
ऐसे बहुत से लोग हैं, जो बालों के ग्रोथ के लिए कैस्टर ऑयल का उपयोग करते है। बहुत से लोगों को कैस्टर ऑयल से एनर्जी होती है। इससे स्कैल्प पर मौजूद बाल उलझे रहते हैं और बालों को सुलझाते वक्त काफी हेयर फॉल भी होता है।
मिनरल ऑयल अकसर पेट्रोलियम, सफेद पेट्रोलियम और पैराफिन वैक्स के रूप में होता है। ये इंग्रीडिएंट्स बालों के लिए खराब हैं। इससे बाल ज्यादा झड़ते हैं। कोई भी हेयर केयर प्रोडक्ट्स खरीदने से पहले सुनिश्चित करें कि उसमें मिनरल ऑयल न हो। मिनरल ऑयल कई एलर्जिक रिएक्शंस भी पैदा करता है जैसे- रेडनेस, सूजन, खुजली, स्कैल्प में जलन या रैशेज का होना।
कई लोगों का कहना है कि कपूर का तेल बालों की ग्रोथ बढ़ाने और बालों को झड़ने से रोकने का काम करता है। लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट्स हैं। इससे त्वचा ड्राई, एक्ने, रैशेज और फंगल इंफेक्शन भी हो सकता है क्योंकि यह स्किन और स्कैल्प पर हार्श रहता है।
इसमें कई केमिकल्स का एक कंसन्ट्रेटेड कॉम्बिनेशन होता है। यदि इसका सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया तो यह हानिकारक हो सकता है। अपने बालों पर नींबू के तेल का प्रयोग न करें क्योंकि इसकी प्राकृतिक एसिडिक होती है, जो बालों के सिरों को सिकोड़ने का कारण बन सकती है।