All for Joomla All for Webmasters
लाइफस्टाइल

नवरात्रि में प्रेग्नेंट महिलाएं रख रही हैं व्रत, तो एक्सपर्ट की बताई इन बातों को बिल्कुल ना करें नज़रअंदाज़

Navratri Fasting Tips: वैसे तो उपवास करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन गर्भावस्था में व्रत रखना कई बार गर्भवती महिला के साथ-साथ पेट में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकता है. यदि आप पूरे नौ दिनों का व्रत कर रही हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेकर ही ऐसा करना चाहिए.

Navratri Fasting Tips during Pregnancy: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 26 सितंबर से हो चुकी है. नवरात्रि के पूरे 9 दिन लोग व्रत रखते हैं. मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की लोग विधि-विधान से पूजा करते हैं. कुछ लोग पूरे नौ दिन तक व्रत रखते हैं, इसमें प्रेग्नेंट महिलाएं भी शामिल होती हैं. वैसे तो उपवास करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन गर्भावस्था में व्रत रखना कई बार गर्भवती महिला के साथ पेट में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकता है. यदि आप पूरे नौ दिनों का व्रत कर रही हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेकर ही ऐसा करना चाहिए. खासकर, उन महिलाओं को इस बात का ज़रूर ध्यान रखना चाहिए, जिन्हें प्रेग्नेंसी में कोई कॉम्प्लिकेशन है. एक्सपर्ट से जानते हैं प्रेग्नेंसी में नवरात्रि का व्रत रखना कितना उचित और किन बातों का रखना चाहिए ध्यान.

क्या प्रेग्नेंसी में व्रत रखना चाहिए?

अपोलो हॉस्पिटल (नई दिल्ली) की चीफ न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी कहती हैं कि गर्भवती महिलाएं व्रत कर सकती हैं, लेकिन उन्हें बहुत अधिक देर तक भूखे रहने से बचना चाहिए. उन चीजों के सेवन से बचना चाहिए, जिनमें ऊर्जा की मात्रा ना हो. प्रेग्नेंसी की पहली और आखिरी तिमाही में अपनी सेहत का सबसे अधिक ध्यान रखना जरूरी होता है. यदि आपका बहुत ज्यादा वजन कम हुआ है या किसी भी कारण से हॉस्पिटल में भर्ती हुई हों, तो व्रत करने से पहले डॉक्टर से ज़रूर सलाह ले लें. फर्स्ट ट्राइमेस्टर और थर्ड ट्राइमेस्टर गर्भावस्था के ऐसे फेज हैं, जो बहुत ही ज्यादा नाजुक होते हैं. ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप अपने ब्लड शुगर लेवल का ध्यान रखते हुए दिन भर कुछ ना कुछ खाती रहें. कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फूड्स और फल खाएं. खुद को हाइड्रेटेड रखें. प्रेग्नेंट महिलाएं नियमित अंतराल पर हेल्दी और पौष्टिक चीजों का सेवन करती रहें. मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का खानपान में बैलेंस बना रहना बहुत आवश्यक है.

प्रेग्नेंसी में व्रत के दौरान क्या करें, क्या ना करें

डॉ. प्रियंका कहती हैं कि यदि आपको व्रत के दौरान कभी भी बहुत सिर दर्द हो, जी मिचलाए, चक्कर आए तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें. गर्भवती महिला को कभी भी निर्जला व्रत नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी होता है. ऐसा नहीं करने से आपके साथ आपके बच्चे की सेहत को भी नुकसान पहुंच सकता है. मल्टी विटामिंस लेती रहें. व्रत में हेल्दी चीजें जैसे साबुदाना, आलू, सामक का चावल, फल इनका सेवन करती रहें, ताकि हाजमा भी दुरुस्त रहे और शरीर को एनर्जी भी मिलती रहे.

बहुत अधिक शुगर या नमक का सेवन ना करें, क्योंकि ये शरीर से पानी को रिमूव करता है. आप नट्स खाएं, क्योंकि ये प्रोटीन, फाइबर का अच्छा सोर्स होते हैं. यदि व्रत रखने से आपको कोई भी समस्या जैसे आपका वजन कम हो रहा है, अपच, कब्ज, जी मिचलाना, उल्टी, थकान, सिरदर्द, चक्कर आना, ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट कम हो रहा है, तो प्रेग्नेंसी में व्रत को कंटीन्यू ना करें. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें. ना तो बहुत देर तक भूखी रहें और ना ही एक बार में ही अधिक खाएं. लिक्विड के लिए दूध, छाछ, नारियल पानी, ताजे फलों से बना जूस पीती रहें.

किन्हें नहीं करना चाहिए उपवास

यदि आपको पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, एनीमिया जैसी समस्याएं हैं, तो प्रेग्नेंट महिलाओं को व्रत करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे दूसरी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी ये खतरनाक हो सकता है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top