Students Protest: यूपी के कुशीनगर में आश्रम पद्धति विद्यालय के बच्चों ने देर रात जमकर हंगामा मचाया। उनका आरोप था कि विद्यालय में छात्रों के सामने परोसे गए खाने में कीड़ा निकला। छात्रों के बीच देर तक कोई जिम्मेदार नहीं पहुंचा तो उन्होंने वहां गमलों, खिड़की के शीशों और सीसीटीवी कैमरों पर जमकर अपना गुस्सा उतारना शुरू कर दिया। इसी दौरान मौके पर पहुंचे कुबेरस्थान के थानेदार ने छात्रों को समझाते हुए अपने छात्र जीवन की बातें बताईं। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में थानेदार यह कहते सुने गए कि, ‘आज से कुछ दिन पहले मैं भी तुम्हीं लोगों की तरह स्टूडेंट था। तुम्हारी तरह चिल्लाता तो यहां नहीं होता मैं। तुम्हारी समस्या है ये सही बात है…।’
जिले के कुबेर स्थान थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव में स्थित इस विद्यालय के गूस्साये छात्रों को समझाने का जिम्मा अंत में कुबेरस्थान के थानेदार राघवेंद्र सिंह ने सम्भाला। उनके समझाने पर देर रात छात्र शांत हुए और अपने कमरों में लौट गए। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय में यूपी बोर्ड के माध्यम से कक्षा छठवीं से 12वीं तक के छात्रों को शिक्षा और सभी आवासीय सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। कुबेर स्थान के इस विद्यालय में 359 बच्चे नामांकित हैं। शुक्रवार को लगभग तीन सौ छात्र मौजूद रहे।
विद्यालय में शुक्रवार की रात के भोजन में कीड़ा मिलने पर बच्चों ने कड़ा एतराज जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने खाना खाने से इंकार कर दिया। खाना बनाने वाले रसोइए से छात्रों ने दोबारा खाना बनाने की मांग की। उस वक्त किसी जिम्मेदार व्यक्ति के विद्यालय में उपस्थित नहीं होने के कारण बच्चों की इस मांग पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी और बच्चे उग्र हो गए। बच्चों ने जमकर हंगामा मचाया। गुस्साए छात्रों ने गमलों, खिड़कियों में लगे शीशों और सीसीटीवी कैमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
सूचना पाकर विद्यालय पहुंचे प्रधानाचार्य ने थानेदार को सूचना दी। उधर, कुबेरस्थान के थानेदार राघवेंद्र सिंह भी मौके पर पहंचे। उन्होंने अपनी गाड़ी में रखे माइक के जरिए बच्चों को समझना शुरू किया। बच्चों से बेहद संजीदगी से अपने हॉस्टल के दिनों की बात करते हुए घंटे भर की मशक्कत के बाद थानेदार ने छात्रों को शांत करा दिया। रात डेढ़ बजे के करीब विद्यालय से लौटे थानेदार ने बताया की बच्चे खाने में कीड़ा निकलने से आक्रोशित थे। एक अभिभावक की तरह बच्चों को समझाया और उन्हें अपनी पढ़ाई के दौरान की बातें बताईं तो वे मान गए।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि वह जिला मुख्यालय गए थे। रात में खाने में कीड़े मिलने की शिकायत पर छात्र नाराज हो गए थे। उधर जिला समाज कल्याण अधिकारी विपिन पांडेय ने बताया कि गुस्साए छात्रों को थानाध्यक्ष के सहयोग से शांत कराया गया। दोबारा ऐसी दिक्कत न आए इसकी व्यवस्था की गई है। उनके बस्ते, जूते आदि भी एक सप्ताह बाद मिल जाएंगे। सामानों के लिए ऑर्डर जा चुका है।