लेबर मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा कि ईपीएफओ के ताजा आकड़ों से पता चलता है कि पहली बार नौकरी चाहने वाले अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र से जुड़ रहे हैं. मिनिस्ट्री ने कहा कि नए संगठित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर देश के युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं.
नई दिल्ली. देश में रोजगार को लेकर अच्छी खबर सामने आई है. दरअसल, रिटायरमेंट फंड बॉडी एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन यानी ईपीएफओ (EPFO) ने नेट बेसिस पर सितंबर 2022 में 16.82 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं. यह संख्या सितंबर 2021 की तुलना में 9.14 फीसदी ज्यादा है. लेबर मिनिस्ट्री (Labour Ministry) ने रविवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी.
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इसके मुताबिक करीब 2,861 नए प्रतिष्ठानों ने अपने कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्योरिटी कवर सुनिश्चित करते हुए ईपीएफ और एमपी एक्ट, 1952 (Employees’ Provident Funds & Miscellaneous Provisions Act, 1952 ) का अनुपालन शुरू किया है. ईपीएफओ के मुताबिक नियमित वेतन पर रखे गए कर्मचारियों (पेरोल) की संख्या सालाना आधार पर सितंबर 2022 के दौरान 21.85 फीसदी ज्यादा रही. सितंबर के दौरान कुल 16.82 लाख मेंबर्स में से लगभग 9.34 लाख नए मेंबर्स पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं.
58 फीसदी से ज्यादा EPFO के सब्सक्राइबर्स 18-25 साल की आयु वर्ग के
इस दौरान जोड़े गए नए मेंबर्स में से लगभग 2.94 लाख 18 से 21 वर्ष के आयु वर्ग के हैं. 2.54 लाख मेंबर्स 21-25 वर्ष आयुवर्ग से हैं. वहीं करीब 58.75 फीसदी 18-25 वर्ष आयुवर्ग के हैं. आंकड़ों के मुताबिक, करीब 7.49 लाख नेट मेंबर्स योजना से बाहर निकले लेकिन ईपीएफओ के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए. वहीं मासिक आधार पर ईपीएफओ से निकलने वाले मेंबर्स की संख्या इससे पिछले महीने की तुलना में करीब 9.65 फीसदी कम रही.
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सितंबर 2022 में शुद्ध रूप से 3.50 लाख महिलाएं संगठित क्षेत्र से जुड़ी
आंकड़ों में स्त्री-पुरूष आधारित विश्लेषण से पता चला है कि सितंबर 2022 में शुद्ध रूप से 3.50 लाख महिलाएं संगठित क्षेत्र से जुड़ी. संगठित वर्कफोर्स में शुद्ध रूप से महिलाओं की मेंबरशिप में एक साल पहले की तुलना में 6.98 फीसदी की दर से बढ़ी है.
बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र से जुड़ रहे हैं पहली बार नौकरी चाहने वाले
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मासिक आधार पर महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और ओड़िशा में शुद्ध रूप से ईपीएफओ के दायरे में आने वाले सदस्यों की संख्या में वृद्धि का रुख है. लेबर मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा कि ईपीएफओ के ताजा आकड़ों से पता चलता है कि पहली बार नौकरी चाहने वाले अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र से जुड़ रहे हैं. मिनिस्ट्री ने कहा कि नए संगठित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर देश के युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं.