Bengal Covid Update: पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कहा कि वह कोविड-19 की किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए तैयार है.
Coronavirus Update 21 Dec: अमेरिका, चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है. कई देशों में बढ़ते कोविड केस (Covid Update) को देखते हुए सरकार भी अलर्ट हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) बुधवार को महामारी की स्थिति की समीक्षा की और लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों में मास्क लगाने की अपील की. इसके साथ-साथ बैठक में फैसला हुआ कि अब हर हफ्ते कोरोना के हालात की समीक्षा की जाएगी. इन सबके बीच राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड में आ गई हैं. पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कहा कि वह कोविड-19 की किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए तैयार है. विभाग का यह बयान केंद्र द्वारा राज्यों को सभी संक्रमित नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का निर्देश दिए जाने के एक दिन बाद आया है.
पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ नियोगी ने कहा कि राज्य में कोविड-19 का प्रसार नहीं होने देने के लिए नियमित रूप से जांच और निगरानी की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘हम राज्य में किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. चीजें नियंत्रण में हैं, लेकिन हम एहतियात बरतना जारी रख रहे हैं.’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों की सरकारों को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्हें भविष्य में कोविड-19 के प्रकोप में किसी भी संभावित वृद्धि के लिए कमर कसने और आईएनएसएसीओजी (भारतीय सार्स-कोवि-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम) नेटवर्क के माध्यम से वायरस के स्वरूप को ‘ट्रैक’ करने के लिए सभी पॉजिटिव मामलों के नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजने का निर्देश दिया गया था.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से अब तक 21,532 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में 20 दिसंबर 2022 तक 20,96,981 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं. वर्तमान में, पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के 43 एक्टिव मरीज हैं. इनमें से 36 मरीज घर पर क्वारेंटाइन में हैं, जबकि सात मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
नियोगी ने कहा, ‘हम नियमित रूप से कोविड-19 की जांच कर रहे हैं. कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास बड़ी संख्या में डॉक्टर, सहायक चिकित्सा कर्मी, पर्याप्त मास्क, ऑक्सीजन आपूर्ति और अलग-अलग अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं.’ उन्होंने बताया कि बंगाल में रोजाना औसतन 4,000 नमूनों की जांच की जा रही है और कोविड-19 से ठीक होने की दर 98.98 फीसदी है. नियोगी ने कहा, ‘हम कोविड-19 की तीन लहर से सफलतापूर्वक निपट चुके हैं और किसी भी स्थिति का सामना करने के प्रति आश्वस्त हैं.’