ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने अपनी पहली ही फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ से स्टारडम पा लिया था. जब यह फिल्म रिलीज हुई थी तो लोग उनके लुक, डांस और एक्टिंग के दीवाने हो गए थे और तब से यह सिलसिला बना हुआ है. दर्शकों को उनकी फिल्मों से काफी उम्मीदें होती हैं, पर यह उम्मीदें ही ऋतिक रोशन को बोझ सी लगने लगी हैं. उन्हें जिस चीज ने दौलत-शोहरत दिलाई, आखिर वह अब उनके लिए बोझ क्यों हैं? आइए, आपको बताते हैं.
नई दिल्ली: ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की पहली फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ उनके फैंस के दिलों में आज भी ताजा है. गाने ‘एक पल का जीना’ में उनका कमाल का डांस भुलाए नहीं भूलता. उनमें हीरो वाले सारे गुण हैं. वे जिस भी फिल्म में काम करते हैं, उसकी सफलता की संभावना काफी बढ़ जाती है. ऋतिक रोशन को भी अच्छा लगता है जब लोग उनकी एक्टिंग और फिल्मों को पसंद करते हैं. तब उन्हें सुरक्षा का एहसास होता है.
ऋतिक रोशन ने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दीं. वक्त के साथ जब ऋतिक का स्टारडम बढ़ा, तो लोगों की उम्मीदें भी बढ़ीं. उन्होंने Galatta Plus से हुई बातचीत में अपेक्षाओं और स्टारडम पर बात की. एक्टर ने कहा कि लोग जब उनकी एक्टिंग की तारीफ में कुछ कहते हैं, तो अच्छा महसूस करते हैं. वे सिक्योर महसूस करते हैं, पर लोगों की उनसे जो अपेक्षाएं होती हैं, वे उन्हें बोझ की तरह लगती हैं.
ऋतिक स्टारडम को जिम्मेदारी मानते हैं, हालांकि वे इसके लिए आभार भी जताते हैं और कहते हैं, ‘मुझे गलत न समझा जाए. मुझे जो चीजें मिल रही हैं, उसके लिए आभारी हूं. मुझे यह तोहफे के तौर पर मिला है, यह एक ऐसा बोझ है, जिसे मैं ढो रहा हूं. इसे कायम रखने के लिए, मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी. जब आपसे कोई उम्मीदें नहीं करता, तो आप सुकून में होते हैं.’
ऋतिक से जब पूछा गया कि उनकी फेवरेट फिल्म कौन सी है, तो उन्होंने ‘कोई मिल गया’ का नाम लिया. एक्टर ने हाल में यह फिल्म अपने बेटों को दिखाई थी. जब बच्चों के नजरिये से फिल्म को समझा तो पता चला कि उन्होंने क्या अच्छा काम किया था और कौन सी चीज और बेहतर हो सकती थी. बता दें कि दर्शक अब उन्हें दीपिका पादुकोण के साथ फिल्म ‘फाइटर’ में देखेंगे.