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Apple के डिवाइस से क्रैश हो सकता है प्लेन? जानें क्यों किया गया है बैन

Air Tag: अभी तक एयर टैग को लोग काफी जरूरी डिवाइस मानते आए हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है और ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक बड़ी कंपनी कह रही है.

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Air Tag Ban: Apple कंपनी आईफोन के लिए सबसे ज्यादा मशहूर है इसके साथ ही आईमैक भी काफी लोकप्रिय हैं और लोग इन्हें धड़ल्ले से खरीदते हैं, कीमत ज्यादा होने के बावजूद भी इनकी डिमांड में कोई कमी नहीं है. जहां एक तरफ एप्पल ₹100000 से डेढ़ लाख रुपए तक के iPhone और लैपटॉप बनाता है वहीं पर कंपनी तकरीबन ₹3500 तक के एयरटेल भी बनाती है जिसका इस्तेमाल आप अपने लगेज या फिर पालतू जानवरों के साथ अपनी जरूरी चीजों को ट्रैक करने के लिए कर सकते हैं. हालांकि यह डिवाइस काफी खतरनाक भी साबित हो सकता है और यह बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक फ्लाइट कंपनी कह रही है.

Air Tag क्यों हो सकता है खतरनाक

एयर टैग है जो शायद एप्पल के सबसे सस्ते डिवाइसेज में से एक है. दरअसल जर्मनी आधारित लुफ्थांसा एयरलाइंस ने एप्पल एयरटैग को लगेज में लगाने पर BAN कर दिया है. डिवाइस ट्रैकिंग को ‘खतरनाक’ करार देते हुए, एयरलाइन अपने यात्रियों को अपनी उड़ान पर एक सक्रिय एयरटैग ले जाने से मना कर रही है. अगर आप फ्लाइट में इस डिवाइस को ले जाने के बारे में सोचते हैं तो चेकिंग के दौरान ही स्टाफ इसे एयरपोर्ट पर रखवा लेता है. हालांकि ऐसा सिर्फ चुनिंदा फ्लाइट कंपनियों ने ही किया है. दरअसल कंपनी एप्पल एयर टैग को खतरनाक मानती है. 

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दरअसल जर्मनी आधारित लुफ्थांसा एयरलाइंस कंपनी के ऐसा करने के पीछे वजह ये है कि एयर टैग्स फ्लाइट के सिग्नल और नेविगेशन सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं. इसकी वजह से फ्लाइट अपना रास्ता भटक सकती है. ऐसी स्थिति पैदा ना हो इस बात का ध्यान रखते हुए ही कंपनी ने ये फैसला लिया है और एयर टैग को फ्लाइट में लाने से बैन किया हुआ है.

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