वैसे तो भारत में हर जगह की होली मशहूर और लोकप्रिय है, क्योंकि यह जीवन और रंगों से जुड़ा हुआ पर्व है. यह प्रकृति और पर्यावरण का पर्व है, पर कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां की होली अपने अनोखेपन के कारण इतनी ज्यादा चर्चित हो जाती है कि हर कोई वहां जाकर एक बार होली का जश्न मनाना चाहता है.
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Loknath Holi 2023: होली रंगों का त्योहार है और रंग के बिना जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है. जिस जीवन में रंग न हो वो जीवन भी क्या कोई जीवन है? रंग से ही जीवन में उत्साह और उमंग है और रंग से ही जिंदगी में सकारात्मकता. रंगों का यह महोत्सव होली हंसी और खुशी का त्योहार है, जिसे पूरे भारतवर्ष में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है. होलिका दहन आज है और होली कल.
वैसे तो भारत में हर जगह की होली मशहूर और लोकप्रिय है, क्योंकि यह जीवन और रंगों से जुड़ा हुआ पर्व है. यह प्रकृति और पर्यावरण का पर्व है, पर कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां की होली अपने अनोखेपन के कारण इतनी ज्यादा चर्चित हो जाती है कि हर कोई वहां जाकर एक बार होली का जश्न मनाना चाहता है. ऐसी ही एक होली है प्रयागराज के लोकनाथ और चौक की होली.
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यह होली प्रयागराज शहर की अन्य होलियों से थोड़ा हटकर है, जिस कारण आकर्षण का केंद्र है. इस होली में सरीख होने के लिए देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं और विदेशी सैलानी भी इस होली के प्रति आकर्षित रहती है.
होली के दिन लोकनाथ और चौक पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचकर होली का पर्व मनाते हैं. डीजे की धुन पर नाचते हैं, अबीर और गुलाल के साथ एक-दूसरे के साथ होली खेलते हैं. यहां लोगों के ऊपर पानी और रंगों की बौछार होती है और कपड़े भी फाड़े जाते हैं. लोग एक-दूसरे के कपड़े फाड़कर होली की बधाई देते हैं. इस कारण यह होली लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहती है. कोरोना के बाद यह दूसरी लोकनाथ और चौक होली होगी. यह कपड़ा फाड़ होली युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है. जिसे देखने और जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यहां पानी और नेचुरल हर्बल रंगों के साथ होली खेली जाती है, जिसे लेकर हर उम्र के लोगों के बीच खासा उत्साह रहता है. यहां पानी का इंतजाम कई मिनी ट्यूबवेल से किया जाता है.
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