Jantar Mantar Protest: रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके प्राइवेट वीडियो बनाए गए हैं. वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए उनकी अनुमति नहीं ली गई.
Vinesh Phogat Allegations: दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर (Jantar-Mantar) पर पहलवानों (Wrestlers) का धरना खत्म कर दिया गया है. पूरे जंतर-मंतर से पहलवानों का टेंट हटा दिया गया है..वहां केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है. फिलहाल जंतर-मंतर धरना स्थल पर किसी भी तरह की एंट्री बैन है. पहलवानों के धरने पर भी पाबंदी लगा दी गई है दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों के तंबू उखाड़ दिए हैं. प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया है. धरने के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर (FIR) भी दर्ज की गई है. अब पहलवानों को धरना-प्रदर्शन की मंजूरी नहीं है. हिरासत से छूटने के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
ये भी पढ़ें– केजरीवाल के सरकारी आवास और 45 करोड़ की चर्चा क्यों
रेसलर विनेश फोगाट ने लगाया गंभीर आरोप
रेसलर विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस अधिकारी ने चुपके से उनके प्राइवेट वीडियो बनाए हैं. वे हमें बिना बताए चुपके से वीडियो बना रहे थे. इससे मामले पर सियासत और गर्म होने की उम्मीद है. वहीं, बजरंग पुनिया ने कहा है कि इंसाफ मिलने तक घर जाने का सवाल ही नहीं उठता है. हम बाकी पहलवानों से मिलेंगे और अपनी बात रखेंगे.
ये भी पढ़ें– दिल्लीवासियों को बड़ा झटका, खत्म हुई बिजली सब्सिडी; केजरीवाल सरकार ने LG पर फोड़ा ठीकरा
जंतर-मंतर से उखाड़े गए पहलवानों के तंबू
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने रविवार को जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन और हंगामे को लेकर आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस ने सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. फिलहाल, जंतर-मंतर से पहलवानों का धरनास्थल दिल्ली पुलिस ने पूरी तरह से हटा दिया गया. यहां लगे टेंट, पंडाल, गद्दा, कूलर और दूसरे इंतजाम हटा दिए गए हैं.
महिला महापंचायत की थी तैयारी
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया को रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला महापंचायत के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की थी. पहलवानों ने नए संसद भवन के पास महिला महापंचायत की योजना बनाई थी. दिल्ली पुलिस ने इन्हें कानून और व्यवस्था के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. पहलवानों पर कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता ने सवाल उठाए हैं.