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क्या आप भी डिलीवरी ब्वॉय के झांसे में आकर रख लेते हैं गैस सिलेंडर, तो जानें कैसे करते हैं नुकसान और सुरक्षा के साथ खिलवाड़?

अगर आप भी एलपीजी सिलेंडर डिलीवरी करने वाले से सिलेंडर बिना तौले ही रख लेते हैं, तो आर्थिक नुकसान के साथ सुऱक्षा से खिलवाड़ करते हैं. साथ ही सर्विस की गुणवत्ता के साथ समझौता करते हैं.

Unveiling The LPG Cylinder Gas Theft: रसोई गैस सिलेंडर हर घर में आता है. अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि सिलेंडर में गैस कम होती है या सिलेंडर का ढक्कन सही से नहीं बैठाया गया है. अगर यह बात गैस डिलीवरी ब्वॉय से बोली जाती है तो वह कहता है कि तौलकर ले लीजिए. उसके पास एक कांटा होता है, जिसकी सेटिंग में पहले से ही हेरफेर किया गया होता है, उसमें टांगकर वह दिखा देता है कि सिलेंडर पूरी तरह से भरा है और इसका वजन नियम के मुताबिक है. जब वही सिलेंडर दूसरी जगह ले जाकर तौला जाता है तो उसका वजन कम निकलता है. ऐसे में यह हर घर की समस्या है. लोग यह समझकर उसको जाने देते हैं कि 50-100 रुपये के लिए कौन झंझट में पड़े. लेकिन, वह डिलीवरी ब्वॉय कोई एक सिलेंडर दिनभर में तो पहुंचाता नहीं है. वह ऐसे न जानें कितनें घरों में गैस सिलेंडर देने जाता है. इस तरह से वह दिन भर में कितनी गैस चोरी करता होगा? इससे केवल आपको वित्तीय नुकसान ही नहीं उठाना पड़ता है बल्कि आपकी सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ किया जाता है.

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बता दें, एलपीजी सिलेंडर से गैस चोरी का मुद्दा कई जगहों पर लंबे समय से बना हुआ है. हेराफेरी करने वाले एलपीजी सिलेंडर डिलीवरी ब्वॉय गैस चोरी करने के लिए गैर कानूनी काम करते हैं. जिससे फाइनेंशियल लॉस, सेक्योरिटी का रिस्क और सेवा की गुणवत्ता के साथ समझौता किया जाता है.

आइए, समझते हैं कि घर-घर तक गैस सिलेंडर की डिलीवरी करने वाले डिलीवरी ब्वॉय किस तरह से नियोजित तरीके से गैस चोरी करते हैं और उसको कैसे रोका जा सकता है?

पहले यह समझते हैं कि गैस चोरी कैसे की जाती है?

कम वजन के गैस सिलेंडर

हेराफेरी करने वाले डिलीवरी ब्वॉय जानबूझकर एलपीजी सिलिंडर कम भरते हैं, ग्राहकों को उनके द्वारा गैस के लिए किए गए भुगतान से कम गैस देते हैं. वे कंज्यूमर्स के साथ फ्रॉड करते हैं तौल सिस्टम की सेटिंग के साथ छेड़छाड़ करते हैं.

स्किमिंग

इस तरीके से डिलीवरी ब्वॉयज कई सिलेंडरों से थोड़ी मात्रा में गैस निकालते हैं और उन्हें एक बड़े कंटेनर में जमा करते हैं. कई स्रोतों से गैस को डायवर्ट करके, वे चोरी की गई गैस से खाली सिलेंडर को भरकर उसको ज्यादा दाम पर ब्लैक में बेचते हैं.

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रीफिल करना और ब्लैक में बेचना

कुछ विक्रेता गौर कानूनी तरीके से एलपीजी सिलेंडर भरते हैं, आमतौर पर घटिया या अनियमित गैस का उपयोग करते हैं. इसके बाद वे इन सिलिंडरों को वास्तविक उत्पाद के रूप में बेचते हैं, जिससे उन उपभोक्ताओं की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है जो अनजाने में उस विक्रेता से गैस खरीदते हैं.

सिलेंडर की अदला-बदली

इस कन्फ्यूजिंग टेक्निक में एक कस्टमर के पूरे एलपीजी सिलेंडर को किसी खाली या आंशिक रूप से भरे सिलेंडर के साथ अदलाब-बदली की जाती है. जबकि बताया जाता है कि अभी इसको रिफिल किया गया है. इस तरह, विक्रेता अपने स्वयं के उपयोग या अवैध रूप से बेचने के लिए अतिरिक्त गैस प्राप्त करते हैं.

एलपीजी सिलेंडर से गैस चोरी रोकने के उपाय क्या हो सकते हैं?

विनियामक प्रवर्तन

सरकारों और नियामक प्राधिकरणों को एलपीजी सिलेंडरों की हैंडलिंग, भंडारण और बिक्री से संबंधित कड़े नियमों को स्थापित और लागू करना चाहिए. नियमित निरीक्षण और अपराधियों के लिए सख्त दंड निवारक के रूप में कार्य कर सकते हैं.

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बेहतर सिलेंडर ट्रैकिंग

एलपीजी सिलेंडरों के लिए एडवास्ंड ट्रैकिंग सिस्टम लागू करने से रिफिलिंग स्टेशनों से लेकर विक्रेताओं और ग्राहकों तक उनकी आवाजाही पर नजर रखने में मदद मिल सकती है. बारकोड, आरएफआईडी टैग या जीपीएस ट्रैकिंग जैसी तकनीकें जवाबदेही और पता लगाने की क्षमता सुनिश्चित कर सकती हैं.

जन जागरूकता अभियान

उपभोक्ताओं को गैस चोरी के जोखिमों और संकेतों के बारे में शिक्षित करने से वे ऐसी प्रैक्टिसेज का पता लगाने और रिपोर्ट करने में सक्षम हो सकते हैं. प्रिंट, रेडियो, टेलीविजन और सोशल मीडिया सहित विभिन्न मीडिया चैनलों के माध्यम से जागरूकता अभियान गैस चोरी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.

एडवांस्ड ट्रेनिंग

विक्रेताओं को नैतिक प्रथाओं, सुरक्षा दिशानिर्देशों और कानूनी दायित्वों पर व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करने से उद्योग के भीतर अखंडता की संस्कृति को बढ़ावा मिल सकता है. एलपीजी विक्रेता के रूप में काम करने के लिए प्रमाणन और लाइसेंस को अनिवार्य बनाया जा सकता है.

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कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग

गैस चोरी में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए एलपीजी उद्योग के हितधारकों, नियामक निकायों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहयोग को मजबूत करना महत्वपूर्ण है. सूचनाओं का समय पर आदान-प्रदान और समन्वित प्रयास इस समस्या से प्रभावी रूप से निपट सकते हैं.

गौरतलब है कि एलपीजी सिलेंडर से गैस की चोरी बड़ी चुनौती है, जो उपभोक्ताओं, एलपीजी इंडस्ट्री और पब्लिक सेक्योरिटी को प्रभावित करती है. मजबूत नियामक उपायों को लागू करने, एडवांस्ड ट्रैकिंग सिस्टम का लाभ उठाने, सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने, व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करने और सहयोग को बढ़ावा देने से इस गैर कानूनी काम को रोका जा सकता है.

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