GoFirst Airline: डीजीसीए की टीम गो फर्स्ट की दिल्ली और मुंबई स्थित यूनिट का जायजा लेकर उड़ानें दोबारा शुरू करने से जुड़ी तैयारियों का सत्यापन करेगी. दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही एयरलाइन के समाधान पेशेवर की तरफ से 28 जून को पेश पुनरुद्धार योजना पर गौर करने के बाद डीजीसीए ने इसकी तैयारियों का विशेष ऑडिट करने का फैसला किया है.
Go First Crisis: एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए (DGCA) ने गो फर्स्ट की सुविधाओं का विशेष ऑडिट शुरू कर दिया है. दरअसल, गो फर्स्ट ने फिर से ऑपरेशंस शुरू करने की मंजूरी मांगी है. इसी के मद्देनजर यह ऑडिट किया जा रहा है. इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि एयरलाइन को फिर से लिमिटेड रूट पर फ्लाइट शुरू करने की अनुमति मिल सकती है. गो फर्स्ट के एक अधिकारी ने बताया कि डीजीसीए (DGCA) के अधिकारियों की एक टीम ने मुंबई में एयरलाइन की सुविधाओं का स्पेशल ऑडिट शुरू कर दिया है.
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उड़ानें दोबारा शुरू करने के लिए तैयारियों का जायजा लिया
एयरलाइन अधिकारी ने बताया कि डीजीसीए टीम गो फर्स्ट की दिल्ली स्थित यूनिट का आकलन गुरुवार को करेगी. उसी दिन विशेष ऑडिट की रिपोर्ट जमा किये जाने की उम्मीद है. डीजीसीए की टीम गो फर्स्ट की दिल्ली और मुंबई स्थित यूनिट का जायजा लेकर उड़ानें दोबारा शुरू करने से जुड़ी तैयारियों का सत्यापन करेगी. दरअसल, दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही एयरलाइन के समाधान पेशेवर की तरफ से 28 जून को पेश रिवाइवल प्लान पर गौर करने के बाद डीजीसीए ने इसकी तैयारियों का विशेष ऑडिट करने का फैसला किया है.
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गो फर्स्ट का परिचालन 3 मई से बंद चल रहा
ऑडिट के नतीजे के आधार पर ही दोबारा उड़ान शुरू करने के बारे में किसी तरह का फैसला लिया जा सकेगा. गो फर्स्ट की उड़ानों का परिचालन 3 मई से ही बंद चल रहा है. एयरलाइन ने 10 जुलाई तक उड़ानें बंद रखने की घोषणा की है. इस दौरान एयरलाइन ने वित्तीय समस्याओं का हवाला देते हुए दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने की अर्जी भी लगाई, जिस पर उसे राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) से मंजूरी भी मिल चुकी है.
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गो फर्स्ट के लेंडर्स की कमेटी (COC) की तरफ से रिवाइवल प्लान को मंजूरी दी जा चुकी है. इस तहत एयरलाइन 26 विमानों के साथ परिचालन फिर से शुरू करना चाहती है. इसमें चार्टर्ड सेवाओं के लिए चार विमान और प्रतिदिन 150 से ज्यादा उड़ानें शामिल हैं. पिछले महीने, गो फर्स्ट ने 450 करोड़ रुपये की अंतरिम फंडिंग के लिए लेंडर्स की मंजूरी भी हासिल कर ली है. इस मंजूरी के बाद बंद पड़ी एयरलाइन के संचालन को फिर से शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है.