लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान के 18 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक में शामिल होने की संभावना है.
ये भी पढ़ें:- Moga News: कांवड़ लेकर लौट रहे शिवभक्तों को पुलिस की गाड़ी ने मारी टक्कर, एक पुलिसकर्मी सहित चार कांवड़िये घायल
पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 18 जुलाई को एनडीए की बैठक होगी. इसमें अपने स्वर्गीय पिता रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी में हुई बगावत के बाद चाचा पशुपति पारस को केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने की वजह से भाजपा से नाराज चल रहे चिराग पासवान को आमंत्रित किया गया है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसके साथ ही हम के संस्थापक संरक्षक जीतन राम मांझी सहित एनडीए में शामिल तमाम घटक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को भी 18 जुलाई की बैठक के लिए आमंत्रित किया है. दिल्ली के अशोक होटल में 18 जुलाई , मंगलवार को शाम 5 बजे होने वाली बैठक में हाल ही में महाराष्ट्र में साथ आए एनसीपी के अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल भी शामिल होंगे. यह बताया जा रहा है कि इस बैठक में कई अन्य नए साथी (राजनीतिक दल ) भी एनडीए में शामिल हो सकते हैं.
चिराग पासवान को लिखे पत्र में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) को एनडीए की अहम साथी बताते हुए कहा है कि एनडीए के महत्वपूर्ण साथी दल के रूप में चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा देश के विकास को गति देने वाली सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की यात्रा के प्रमुख सहयोगी भी हैं. एनडीए बैठक में शामिल होने का न्यौता देते हुए नड्डा ने आगे कहा कि एनडीए के महत्वपूर्ण साथी दल के रूप में उनकी भूमिका और सहयोग गठबंधन को न सिर्फ मजबूत बनाता है बल्कि देश की विकास यात्रा को भी सुदृढ़ता प्रदान करता है.
ये भी पढ़ें:- हत्या के मामले में 3 दोषी करार, 21 जुलाई को सजा के बिंदु पर होगा फैसला
बता दें कि चिराग दिवंगत दलित नेता रामविलास पासवान के बेटे हैं. वह 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ प्रचार करने के लिए राजग से अलग हो गए थे. उस समय नीतीश का जनता दल (यूनाइटेड) राजग का हिस्सा था. चिराग से संपर्क बढ़ाने की भाजपा नेताओं की कोशिशों को उन्हें राजग में वापस लाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है. पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में लोजपा में हुई बगावत से चिराग कुछ कमजोर हुए थे, लेकिन वह पार्टी के वफादार वोट बैंक को अपने साथ बनाए रखने में सफल नजर आए हैं, जिससे भाजपा को बिहार में उनकी अहमियत का एहसास हुआ है.
ये भी पढ़ें:- Bihar News: पार्टी नेता की मौत की जांच के लिए बीजेपी का पैनल आज पहुंचेगा पटना
उधर, चिराग भी प्रमुख मुद्दों पर भाजपा का समर्थन करते रहे हैं. राजग की बैठक में भाजपा के कई नए सहयोगी दलों के हिस्सा लेने की संभावना है, जिनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, अजित पवार के नेतृत्व वाला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का धड़ा, बिहार व उत्तर प्रदेश के विभिन्न छोटे दल और पूर्वोत्तर राज्यों के क्षेत्रीय दल शामिल हैं. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी शिरकत करने की उम्मीद है.