India vs West Indies ODI Series: हार्दिक पंड्या की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को वनडे सीरीज के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में 200 रन से हराया. इसके साथ भी भारत ने वनडे सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया. मैच के बाद हार्दिक ने अपनी कप्तानी, बैटिंग और युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर खुलकर बात की.
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नई दिल्ली. विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना भारत ने वेस्टइंडीज को सीरीज के तीसरे और निर्णायक वनडे में 200 रन से हराया. इसके साथ ही भारत ने सीरीज 2-1 से जीत ली. ये वेस्टइंडीज में भारत की मेजबान देश पर सबसे बड़ी जीत है. इस मैच में भारत की कप्तानी हार्दिक पंड्या ने की थी. पंड्या ने खुद कप्तानी पारी खेली. उन्होंने 52 गेंद में नाबाद 70 रन ठोके और टीम को 351 रन के स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. सीरीज जीत से पंड्या काफी खुश नजर आए. उन्होंने युवा खिलाड़ियों, विराट-रोहित की गैरमौजूदगी और अपने खेल को लेकर खुलकर बात की.
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हार्दिक पंड्या ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो कप्तान के रूप में मैं इस तरह के मुकाबलों का ही इंतजार करता हूं, जहां कुछ चीजें दांव पर लगी होती हैं, न कि महज एक मैच. हम जानते थे कि अगर इस मैच में हम नाकाम होते तो जरूर निराशा होती. जिस तरह से युवा खिलाड़ियों ने अपना चरित्र दिखाया और क्रिकेट का मजा लिया, यही वो चीज है, जो मैं इस टीम में चाहता हूं. दबाव का सामना करते हुए भी इसका आनंद उठाना होगा क्योंकि इसके बिना आप हीरो नहीं बन सकते.”
‘विराट से बातचीत का फायदा मिला’
अपनी बैटिंग को लेकर पंड्या ने कहा, “मैं क्रीज पर कुछ समय बिताना चाहता था. विकेट अच्छा था. कुछ दिन पहले विराट से काफी बात हुई थी. उन्होंने कुछ बातें बताईं थीं. वो चाहते थे कि मैं विकेट पर कुछ वक्त बिताऊं. ये बात मेरे दिमाग में रख गई. मैं बस मौके का इंतजार कर रहा था और एक बार लय हासिल करने पर मैं शॉट्स खेल सकता था. जब एक गेंद बल्ले के बीचों-बीच आई तो सारी चीजें बदल गईं. मैंने अपने पूरे करियर में ये बात देखी है.”
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युवाओं को एक्सपोजर देना जरूरी था: पंड्या
पंड्या ने विराट-रोहित के बाहर बैठने से जुड़े सवाल पर कहा, “जाहिर है विराट और रोहित टीम के अभिन्न अंग हैं लेकिन रुतु या अक्षर जैसे युवा खिलाड़ियों को गेम टाइम भी मिलना जरूरी था. इसलिए इस सीरीज में युवाओं को एक्सपोज़र दिया गया और हम जो जांचना चाहते थे तो उसे कर पाए.”