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2,000 के नोट जमा कराने का कल आखिरी दिन, जमा न करा पाए तो भी होंगे 2 तरीके, बेकार नहीं जाएंगे पैसे!

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2000 Rupee Notes: 7 अक्टूबर के बाद बैंक 2,000 रुपये के नोट अकाउंट में जमा लेना और बदलना बंद कर देंगे. वहीं, आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि 7 अक्टूबर के बाद भी 2 तरीके से आप 2,000 रुपये के नोट को जमा करा सकते हैं.

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2000 Rupee Notes: अगर आपके पास भी 2,000 रुपये के नोट हैं, तो 7 अक्टूबर, 2023 तक इन्हें बैंक में जमा कराने या बदलने की आखिरी तारीख है. हालांकि, किसी कारणवश आप इसे 7 अक्टूबर तक जमा या बदल नहीं पाए तो भी तो आपके पास 2 विकल्प होंगे. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक के बाद इससे जुड़े 2 विकल्पों की जानकारी दी.

शक्तिकांत दास ने कहा, ”हमने अब तक, हमें लगभग 3.32 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट वापस मिल गए हैं और केवल 12,000 करोड़ रुपये के नोट शेष बचे हैं. 2,000 के नोटों में 87 प्रतिशत बैंक जमा के रूप में बैंकों में वापस आए हैं और अन्य नोटों की दूसरे मूल्य वर्ग के नोटों से अदला-बदली की गई है.”

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आरबीआई के इश्यू ऑफिस जाकर जमा करने का विकल्प
8 अक्टूबर से बैंक 2,000 रुपये के नोट अकाउंट में जमा लेना और बदलना बंद कर देंगे. हालांकि इसके बाद भी 2 तरीके से इस काम को कर सकते हैं. दास ने कहा कि आरबीआई के इश्यू ऑफिस जाकर इन 2,000 रुपये के नोटों को जमा कराया जा सकता है. ये दो तरीके से किया जा सकता है. आम लोग, संस्थाएं आरबीआई के 19 इश्यू ऑफिस में जाकर इन 2,000 रुपये के नोटों को एक्सचेंज या जमा करा सकते हैं. इसके तहत एक्सचेंज करने के लिए 20,000 रुपये की लिमिट है. इसके अलावा डाक विभाग के जरिए 2,000 रुपये के नोटों को आरबीआई इश्यू ऑफिस भिजवाया जा सकता है. ये रकम उनके भारत में मौजूद बैंक अकाउंट में ही जमा की जा सकती है.

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लगातार चौथी बार रेपो रेट 6.5% पर बरकरार
आरबीआई ने शुक्रवार को लगातार चौथी बार रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा. रिटेल महंगाई के अब भी लक्ष्य से ऊंचा रहने के बीच आरबीआई ने यह कदम उठाया है. केंद्रीय बैंक ने साथ ही महंगाई को लक्ष्य के दायरे में लाने के लिए जरूरी होने पर बॉन्ड बिक्री के जरिए बैंकों से अतिरिक्त नकदी निकालने की भी बात कही. रेपो रेट के 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न लोन पर ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होगा.

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