राष्ट्रीय राजधानी में कोहरे की चादर छाए रहने के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर कई उड़ानों में देरी हुई. दिल्ली जाने वाली लंबी दूरी की 28 ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से पांच घंटे या उससे अधिक की देरी से चल रही हैं.
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खराब कोहरे और बेहद ठंडे मौसम की स्थिति के कारण राष्ट्रीय राजधानी से आने-जाने वाली उड़ानों और यात्री ट्रेनों की आवाजाही आज भी प्रभावित रही. शीतलहर के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कोहरे कम नहीं हो रहा. आज भी घने कोहने की चादर छाने से कई फ्लाइट्स लेट हैं. आज दिल्ली आने वाली और दिल्ली से जाने वाली 28 ट्रेनें लेट हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. हालांकि, मंगलवार सुबह दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
उत्तर रेलवे के अनुसार, हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, राजेंद्रनगर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, बेंगलुरु-निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस, आज़मगढ़-दिल्ली जेएन कैफियत एक्सप्रेस, बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस सहित 28 ट्रेनें शामिल हैं। कटिहार-अमृतसर आम्रपाली एक्सप्रेस को 2 से 5 घंटे तक की देरी का सामना करना पड़ा.
देखें दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटेरनेशनल एयरपोर्ट पर लेट फ्लाइट्स-
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देखें आज की लेट ट्रेनों की पूरी लिस्ट-
आईएमडी ने राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी तक मध्यम कोहरे की भविष्यवाणी की है. 27 और 28 जनवरी को कोहरा छाए रहने की संभावना है. दिल्ली में शीतलहर जारी रहने के कारण मंगलवार को लोग खुद को गर्म रखने के लिए अलाव के पास बैठे रहे. आईएमडी के अनुसार, 26 जनवरी की सुबह तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है.
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बिजिविलिटी कम
इससे पहले सोमवार को, आईएमडी ने कहा कि उथले कोहरे ने जम्मू डिवीजन, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और झारखंड को प्रभावित किया, जिससे दृश्यता संबंधी चुनौतियां पैदा हुईं. विभिन्न स्थानों पर दृश्यता संबंधी चुनौतियाँ रहीं. जम्मू संभाग में 500 मीटर दृश्यता दर्ज की गई, वहीं पंजाब के पटियाला में महज 50 मीटर दृश्यता दर्ज की गई। दिल्ली में केवल 500 मीटर दृश्यता दर्ज की गई, जिससे फ्लाइट्स प्रभावित हुईं. उत्तर प्रदेश में वाराणसी और प्रयागराज को क्रमशः 25 मीटर और 50 मीटर दृश्यता थी.