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‘टू व्हीलर पर हीरो नहीं बनने का, हमेशा हेलमेट पहनने का!’ दिल्ली पुलिस ने रोहित शर्मा के वीडियो से दिया यह खास संदेश

AIIMS ट्रॉमा सेंटर में हुई एक स्टडी बताती है कि रोड एक्सीडेंट का शिकार होकर आने वाले दोपहिया सवारों में से 40% पिलियन राइडर यानी पीछे बैठा व्यक्ति होता है.

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रांची टेस्ट मैच में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर फील्डिंग कर रही थी. तभी टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बॉलर आर अश्विन को बॉलिंग करने से रोका और सिली प्वाइंट पर मौजूद फील्डर सरफराज को कहा, ‘ऐ भाई ज्यादा हीरो नहीं बनने का…’ दरअसल सरफराज बिना हेलमेट के फील्डिंग करने उतरे थे और ये खतरनाक साबित हो सकता था. रोहित शर्मा की आवाज स्टंप्स में लगे ऑडियो से बाहर पहुंची और वायरल हो गई. ये क्लिप तो वायरल हुई ही, दिल्ली पुलिस ने इसे सही टाइमिंग के साथ इस्तेमाल कर लिया और हेलमेट की अहमियत एक बार फिर से बता दी.

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हालांकि सड़कों की तस्वीर कुछ और ही कहती है. दिल्ली- NCR में कड़े कानूनों और जगह-जगह CCTV से हो रहे चालान के बावजूद बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलते मिल ही जाते हैं. हम दिल्ली के पहाड़गंज पहुंचे जहां, हर 2 मिनट में एक टू व्हीलर सवार बिना हेलमेट पहने मिल गया. स्कूटर या बाइक पर पीछे बैठे हुए इक्का दुक्का लोगों ने ही हेलमेट लगा रखा है. दिल्ली समेत पूरे देश में पिलियन राइडर यानी टू व्हीलर पर पीछे बैठने वाले व्यक्ति को भी हेलमेट लगाना अनिवार्य है. हालांकि सड़क की हकीकत कुछ और बयां करती है.

क्या कहती है AIIMS ट्रॉमा की स्टडी?

AIIMS ट्रॉमा सेंटर में हुई एक स्टडी बताती है कि रोड एक्सीडेंट का शिकार होकर आने वाले दोपहिया सवारों में से 40% पिलियन राइडर यानी पीछे बैठा व्यक्ति होता है. इनमें से ज्यादातर ने हेलमेट नहीं पहना होता. इससे भी बड़ी परेशानी यह है कि ये ज्यादातर लोग 20 से 35 साल के बीच के यानी युवा होते हैं. AIIMS ट्रॉमा सेंटर के हेड डॉ. कामरान फारुखी के मुताबिक, ज्यादातर बिना हेलमेट सवार सिर में गंभीर चोट लगने या बहुत खून बहने की वजह से मारे जाते हैं. हालांकि इन एक्सीडेंट्स में जान जाने वालों की संख्या 2 प्रतिशत थी, लेकिन 50 प्रतिशत को किसी न किसी तरह की फ्रैक्चर या डिसेबिलीटी हो गई. इनमें से 5 से 10 प्रतिशत को परमानेंट नुकसान झेलना पड़ा, यानी वो पूरी तरह से कभी ठीक नहीं हो पाए.

सड़क हादसे से सबसे ज्यादा केस टू व्हीलर के

जनवरी से जुलाई 2023 के बीच एम्स ट्रामा सेंटर में कुल 3,780 रोड एक्सीडेंट दर्ज हुए. इनमें 9 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए. कुल एक्सीडेंट में से 74% दो पहिया वाहन थे. 2022 में 5,436 एक्सीडेंट के केस एम्स ट्रॉमा सेंटर लाए गए. इनमें 15,399 लोगों को चोटें आई थी. कुल एक्सीडेंट में से 70 प्रतिशत दोपहिया वाहन थे. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनियाभर में हर साल रोड एक्सीडेंट्स की वजह से 13 लाख लोग मारे जाते हैं और 5 करोड़ घायल होते हैं. हेलमेट ना पहनना पहला, और रॉन्ग साइड ड्राइविंग करना दूसरा बड़ा कारण है, जिसकी वजह से लोग अपनी जान गंवा रहे हैं.

क्या आपको पता है कि हेलमेट नहीं पहनने पर आपका 2 हजार रुपये तक का चालान हो सकता है. अगर हेलमेट ISI मार्क वाला नहीं हो तो एक हजार का चालान और अगर हेलमेट की बेल्ट गर्दन पर ठीक से ना कसी हो तो एक हजार का चालान हो सकता है.

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हेलमेट ना पहनने पर दिल्ली समेत कई राज्यों में एक हजार का चालान हो सकता है और लाइसेंस सस्पेंड हो सकता है. चालान की रकम राज्यों के हिसाब से 

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