UAE Rain News: बहरीन, ओमान, कतर और सऊदी अरब में भी बारिश हुई. हालांकि, पूरे संयुक्त अरब अमीरात में तेज बारिश देखी गई. माना जा रहा है कि ‘क्लाउड सीडिंग’ भारी बारिश का कारण बनी क्योंकि सरकार ने कृत्रिम बारिश के प्रयास के तहत छोटे विमान तैनात किए थे. कई रिपोर्ट में राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानियों के हवाले से कहा गया है कि बारिश से पहले छह या सात ‘क्लाउड सीडिंग’ उड़ानें भरी गई थीं.
दुबई. रेगिस्तानी देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मंगलवार को रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई, जिससे अधिकतर क्षेत्रों में लोगों को भारी जलभराव का सामना करना पड़ा.भारी बारिश के चलते दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में बाढ़ जैसे हालात बनने से बड़े पैमाने पर उड़ानें प्रभावित हुईं. सरकारी समाचार एजेंसी ‘डब्ल्यूएएम’ की खबर के मुताबिक, मंगलवार को हुई बारिश एक ऐतिहासिक मौसमी घटना है, जो 1949 में डेटा संग्रह की शुरुआत के बाद से दर्ज की गई सबसे अधिक वर्षा है. इस बारिश से सिर्फ यूएई ही नहीं बल्कि एक और पड़ोसी मुस्लिम देश में भी तबाही छाई हुई है. इस मुस्लिम देश में भारी बारिश से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है.
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पाकिस्तान में बिजली गिरने और भारी बारिश की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों के मुताबिक, इसके साथ ही पिछले चार दिनों से जारी बेहद खराब मौसम के कारण कम से कम 63 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता खुर्शीद अनवर ने बताया कि ज्यादातर मौतें पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं. प्रांत में इमारत के ढहने से 32 लोगों की मौत हो गयी, जिसमें 15 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं. अनवर ने बताया कि उत्तर पश्चिम में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और 1370 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं.
सबसे ज्यादा पंजाब प्रांत में हुई मौतें
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बिजली गिरने और मकान ढहने की घटनाओं में 21 लोगों की मौत गई जबकि बलूचिस्तान में 10 लोगों की मौत की खबर है. अधिकारियों ने अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी है. बलूचिस्तान में बुधवार को भी बचाव और राहत कार्य जारी है हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है. पाकिस्तान मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जहीर अहमद बाबर ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण अप्रैल के महीने में पाकिस्तान में भारी बारिश हो रही है.
यूएआई में कहां-कहां आई तबाही
बहरीन, ओमान, कतर और सऊदी अरब में भी बारिश हुई. हालांकि, पूरे संयुक्त अरब अमीरात में तेज बारिश देखी गई. माना जा रहा है कि ‘क्लाउड सीडिंग’ भारी बारिश का कारण बनी क्योंकि सरकार ने कृत्रिम बारिश के प्रयास के तहत छोटे विमान तैनात किए थे. कई रिपोर्ट में राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानियों के हवाले से कहा गया है कि बारिश से पहले छह या सात ‘क्लाउड सीडिंग’ उड़ानें भरी गई थीं. यूएई अपने घटते, सीमित भूजल को बढ़ाने के लिए ‘क्लाउड सीडिंग’ का सहारा लेता है. दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एकत्र किए गए मौसम संबंधी आंकड़ों के अनुसार, बारिश सोमवार देर रात से शुरू हुई जिसके बाद लगभग 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. भारी बारिश के कारण दुबई की सड़कों पर जलभराव हो गया.
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एयरपोर्ट के हालात बेहद खराब
इसके बाद मंगलवार को स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे के आसपास तेज आंधी आई और फिर ये पूरे दिन जारी रही. इसके साथ ही भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ. मंगलवार के अंत तक, 24 घंटों में 142 मिलीमीटर से अधिक बारिश ने दुबई में बाढ़ जैसे हालात बना दिये. एक दंपति ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बुधवार को बताया कि हवाई अड्डे पर स्थिति बेहद खराब है. उन्होंने कहा कि आपको टैक्सी नहीं मिल सकती. मेट्रो स्टेशन पर लोग सो रहे हैं. हवाई अड्डे पर लोग सो रहे हैं.