दिल्ली NCR के जैसे ही अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और इसके आसपास के जिलों को मिलाकर राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) बनाए जाने का फैसला लिया गया है. राज्यपाल ने इस ड्रॉफ्ट को मंजूरी दे दी है. जिसके बाद लखनऊ में राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) बनाने का रास्ता साफ हो गया है.
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Uttar Pradesh: शुक्रवार (15 मार्च) को उत्तरप्रदेश के राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) बनाने के यूपी सरकार के फैसले को मंजूरी दे दी है. अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में NCR की तरह यूपी में भी SCR बनाया जाएगा. इसी को लेकर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की कैबिनेट ने मार्च के महीनें के शुरुआती दिनों में ‘राज्य राजधानी क्षेत्र’ विधेयक का ड्राफ्ट तैयार किया था. अब इस ड्राफ्ट को मंजूरी मिल चूकी है और SCR को बनाए जाने का रास्ता साफ हो गया है.
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माना जा रहा है कि SCR में 6 जिलों को शामिल किया जाएगा. इन 6 जिलों में लखनऊ समेत हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी जिलों को शामिल किया जाना चाहिए. ससीआर बनने के बाद जनता को लखनऊ जैसी हाईटेक सुविधाओं का फायदा मिलेगा. जो भी गांव एससीआर में शामिल होगे, उनमें तेजी के साथ विकास होगा. लोगों को हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी चाहें वे हेल्थ की सुविधा हो या शिक्षा से जुड़ी सुविधाएं हो. नोटिफिकेशन के बाद तय किया जाएगा कि कितने गांव इस परियोजना का हिस्सा बनेंगे.
क्या है एससीआर (SCR)?
जैसे की आज जानते हैं कि एनसीआर (NCR) को जैसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र माना जाता है. एससीआर को राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) नाम से जाना जाएगा. एनसीआर का विकास भी एनसीआर की तरह योजनाबद्ध तरीके से होगा. इस परियोजना के तहत एससीआर का विकास लखनऊ की तरह तेजी से किया जाएगा.
कौन तैयार करेगा प्लान?
उत्तरप्रदेश की राज्यपाल ने यूपी में एससीआर बनाने के लिए मंजूरी दे दी है. इस विकास प्राधिकरण के विकास की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ करेंगे. इस योजना के तहत यूपी के मुख्य सचिव और आवास और शरीर नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव को संयोजक का सदस्य बनाया गया है.