पोलैंड की वारसॉ यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी की एक दीवार पर उपनिषद उकेरे गए हैं. इसकी तस्वीर पोलैंड में भारतीय दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर की गई है.
वारसॉ: भारत की सांस्कृतिक विरासत पांच हजार से ज्यादा साल पुरानी है. भारतीय संस्कृति की विविधताओं से प्रेरित होकर भारत समेत दुनियाभर अनेक लेखकों ने इसका बखूबी वर्णन किया है. ऐसी ही एक तस्वीर यूरोप के एक देश पोलैंड में देखने को मिली है. पोलैंड की वारसॉ यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी की दीवार पर उपनिषद के ग्रंथ अंकित हैं. पोलैंड में भारतीय दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ये तस्वीर शेयर की गई है.
तस्वीर शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा है, “कितना सुखद दृश्य! ये वारसॉ यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी की एक दीवार है जिसपर उपनिषद उकेरे गए हैं. उपनिषद हिंदू दर्शन के स्वर्गीय वैदिक संस्कृत ग्रंथ हैं जो हिंदू धर्म की नींव बनाते हैं.”
पोलैंड में भारतीय दूतावास के इस ट्वीट को कई भारतीयों ने शेयर किया है और कमेंट भी किए हैं. एक श्रीजीत शशिधरन नाम के शख्स ने कहा, ‘वारसॉ में, विस्तुला नदी के किनारे- मेरे दिल का एक टुकड़ा. ये मेरे पिछले घर के पास है.’ एक दूसरे यूजर ने कहा, ‘यह देखकर अच्छा लगा. हालांकि, मुझे आशा है कि वे पाठ की पवित्रता को समझते हैं और उसे बनाए रखते हैं.’
हालांकि एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट को शेयर करते हुए पूछा, ‘भारत में ऐसी दीवारें क्यों नहीं हैं?’ ऐसा ही सवाल एक दूसरे यूजर ने भी पूछा. उसने लिखा. “अति सुंदर… क्या भारत की कोई यूनिवर्सिटी ऐसा करने की हिम्मत करेगी?”
गौरव अग्रवाल नाम के शख्स ने पोस्ट को शेयर करते हुए कहा, “हमारे विश्वविद्यालयों में भी कुछ इस तरह के होने की आवश्यकता है. हिंदू धर्म ने दुनिया को सही रास्ता दिखाया है और इसकी वैदिक संस्कृति आधुनिक विज्ञान की निर्माता है.”