नई दिल्ली, टेक डेस्क। WhatsApp कई नए फीचर्स पर काम कर रहा है। नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, व्हाट्सएप अब एक ऐसे फीचर पर काम कर रहा है जो यूजर्स को इमेज को स्टिकर (WhatsApp Sticker) में बदलने की सुविधा देगा। फीचर को ऐप के बीटा (Whatsapp Beta) वर्जन में स्पॉट किया गया था। WhatsApp कथित तौर पर iOS और Android दोनों यूजर्ल के लिए फीचर डेवलप कर रहा है। इसके अलावा, WhatsApp नॉन-बीटा टेस्टर्स के लिए मल्टी-डिवाइस (WhatsApp Multi-Device) फीचर का रोलऑउट कर रहा है।
इमेज को स्टिकर में बदल सकेंगे यूजर्स
Wabetainfo के मुताबिक, WhatsApp इमेज को स्टिकर में बदलने के लिए फीचर पर काम कर रहा है। जब यह फीचर उपलब्ध होगा, तो कैप्शन बार के बगल में एक नया स्टिकर आइकन होगा। जब आप इसे चुनते हैं, तो इमेज स्टिकर के रूप में भेजी जाएगी। WhatsApp फीचर ट्रैकर द्वारा शेयर किए गए स्क्रीनशॉट में, डायलॉग बॉक्स में स्टिकर में इमेज बनाने का एक स्पेशल ऑप्शन देखा जा सकता है। जब आप तस्वीर जोड़ते हैं, तो स्टिकर ऑप्शन पर टैप करें और इमेज अपने आप स्टिकर में बदल जाएगी। Wabetainfo का कहना है कि वॉट्सऐप ने इमेज को स्टिकर्स में (WhatsApp Image to Stickers) बदलने के लिए किसी थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल नहीं किया है।
iOS और Android के लिए होगा अपडेट
यह फीचर बीटा में सामने नहीं आया है, इसका मतलब यह है कि अभी इसकी टेस्टिंग की जा रही है। WhatsApp ने इसके बारे में कोई ऑफिशियल घोषणा नहीं की है इसलिए हम यह सुनिश्चित नहीं कर सकते कि इसे लॉन्च किया जाएगा या नहीं। यह सुविधा वर्तमान में विकास के अधीन है और यह केवल आने वाले अपडेट में उपलब्ध होगी।
नॉन-बीटा यूजर्स को मिलेगा मल्टी-डिवाइस का एक्सेस
इसके अलावा, WhatsApp नॉन-बीटा यूजर्स को मल्टी-डिवाइस फीचर का एक्सेस देने की भी योजना बना रहा है। कुछ WhatsApp यूजर्स को मल्टी-डिवाइस सपोर्ट के पॉप-अप रिसीव हुए हैं। एक बार रोल आउट होने के बाद, मल्टी-डिवाइस फीचर यूजर्स को अपने फोन के साथ-साथ चार दूसरे डिवाइस पर मैसेजिंग ऐप को इस्तेमाल करने की सुविधा देगा।
WhatsApp ने कहा था कि मैसेजिंग ऐप अब नॉन-बीटा यूजर्स के लिए जो Android और iOS के लिए WhatsApp के स्टेबल वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं मल्टी-डिवाइस फीचर को रोल आउट करने पर विचार करेगा। कई लोग किसी कारण से मल्टी-डिवाइस (WhatsApp Multi Device) बीटा प्रोग्राम में शामिल नहीं हुए: वे देखते हैं कि यह एक बीटा प्रोग्राम है, इसलिए वे समझते हैं कि उन्हें समस्याओं का अनुभव हो सकता है।