Uddhav Thackeray Party: उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को शिवसेना (Shiv Sena) के विधायकों की बगावत के बारे में पहले से ही आगाह कर दिया गया था, लेकिन वह अपने विधायकों को लेकर आश्वस्त थे. ठाकरे ने अपने विधायकों पर भरोसा जताया था.
ये भी पढ़ें– NIA को मिली मुंबई में आतंकी हमले की धमकी, महाराष्ट्र के कई शहर में हाई अलर्ट; जांच में जुटी पुलिस
Ajit Pawar’s Statement: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दिग्गज नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और शिवसेना (Shiv Sena) को लेकर बड़ा खुलासा किया है. अजित पवार ने कहा कि एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) और उनकी पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे को उनके दल शिवसेना में होने वाली बगावत को लेकर आगाह किया था. लेकिन उद्धव ठाकरे इस बात के बारे में आश्वस्त थे कि उनके विधायक (MLA) इस प्रकार का कोई कदम नहीं उठाएंगे. अजित पवार के इस बड़े खुलासे से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है. शिवसेना में हुई टूट की चर्चा राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से होने लगी है.
ये भी पढ़ें– Maharashtra विधान परिषद के चुनाव में BJP को अपने ही गढ़ में झेलनी पड़ी हार, जानें किस सीट पर किसने दर्ज की जीत
शिवसेना में टूट से गिरी MVA सरकार
बता दें कि तत्कालीन मंत्री एकनाथ शिंदे की लीडरशिप में शिवसेना विधायकों के एक ग्रुप ने जून, 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के विरोध में बगावत कर दी थी. इसकी वजह से महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज महा विकास आघाड़ी (MVA) की सरकार गिर गई थी. इस गठबंधन में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी पार्टी शामिल थी. इसके बाद शिवसेना के बागी विधायकों और बीजेपी ने मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी और एकनाथ शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बन गए थे.
बगावत के पहले ही मिल गए थे संकेत
एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि महा विकास आघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना में बगावत को लेकर आभास था. इस तरह की आशंका को लेकर बहुत पहले ही संकेत थे और उद्धव ठाकरे को इसके संबंध में बताया भी गया था.
ये भी पढ़ें– महाराष्ट्रः पालघर में भीषण सड़क हादसा, बस में जा घुसी अनियंत्रित कार, 4 लोगों की मौत
उद्धव ठाकरे को किया गया था आगाह
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने ये भी कहा कि शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को खुद सूचित किया था. उन्होंने ठाकरे को कॉल भी की थी. उनको शिवसेना में संभावित बगावत के बारे में बताया था. हालांकि, उद्धव ने उनकी बात नहीं मानी थी. उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनको अपने विधायकों पर विश्वास है. उनको भरोसा है कि वो इस तरह का कदम नहीं उठाएंगे.