नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने घोषणा की है कि अब कार्डधारक को EMI ट्रांजैक्शन के लिए 99 रुपये की प्रोसेसिंग फीस और उस पर टैक्स चुकाना होगा। यह नया नियम 1 दिसंबर 2021 से लागू होगा। बैंक ने अपने सभी ग्राहकों को ईमेल के जरिए इस बारे में जानकारी दी है। यह प्रोसेसिंग फीस, क्रेडिट कार्ड से ईएमआई पर खरीद पर कार्ड वसूली जाने वाली ब्याज राशि के अतिरिक्त है। जो लेनदेन सफलतापूर्वक ईएमआई लेनदेन में परिवर्तित हो गए हैं ये प्रोसेसिंग शुल्क केवल उन लगाया जाएगा। ईएमआई ट्रांजेक्शन कैंसिल होने की स्थिति में प्रोसेसिंग फीस वापस की जाएगी। बता दें कि ज्यादातर बैंक लंबे समय से ईएमआई लेनदेन के लिए प्रोसेसिंग फीस चार्ज कर रहे हैं।
SBICPSL ने स्पष्ट किया है कि 1 दिसंबर से पहले किए गए किसी भी ट्रांजैक्शन पर इस प्रोसिसिंग चार्ज से छूट दी जाएगी। कंपनी रिटेल आउटलेट पर खरीदारी करते समय चार्ज स्लिप के माध्यम से कार्डधारकों को ईएमआई ट्रांजैक्शन पर प्रोसिसिंग चार्ज के बारे में बताएगी। इसे ऐसे समझिए, मान लीजिए आप किसी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से ईएमआई स्कीम के तहत मोबाइल फोन खरीदते हैं। अगर आप एसबीआई क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके भुगतान करते हैं, तो कार्ड कंपनी आपसे प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में 99 रुपये और कर वसूल करेगी। यह शुल्क आपके क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में ईएमआई राशि के साथ दिखाई देगा।
गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक के पेंशनभोगी 1 नवंबर से video life certificate service के जरिये वीडियो कॉल के जरिये अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। ऐसा व्यक्ति जिसका SBI में खाता है, इस सेवा का लाभ उठा सकता है। व्यक्ति के पास अपना मोबाइल नंबर आधार के साथ रजिस्टर्ड होना चाहिए और पेंशन आवेदन में भी यही नंबर मौजूद होना चाहिए। SBI की ओर से बताया गया है कि यह सुविधा पेंशनभोगियों (पारिवारिक पेंशनभोगियों के अलावा) के लिए उपलब्ध है।