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कोरोना: दिल्ली वालों पर लग सकती है ये नई पाबंदी, DDMA की बैठक में हुआ मंथन

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 की पांचवीं लहर पीक के करीब पहुंचती दिख रही है. पिछले एक महीने में जिस तरह से मामले बढ़े, उसके बावजूद स्थिति उतनी गंभीर नहीं है जितनी डेल्‍टा वेव के दौरान थी. वीकेंड कर्फ्यू समेत अन्‍य कई पाबंदियों का थोड़ा-बहुत असर भी दिख रहा है.

नई दिल्ली: दिल्ली में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को लेकर बने हालात के मद्देनजर बुलाई गई दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक खत्म हो गई है. इस खास बैठक में लेफ्टिनेंट गवर्नर (LG), दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal), चीफ सेक्रेटरी, डॉ बीके पाल, डॉक्टर गुलेरिया और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों समेत कई विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे.

लग सकती है नई पाबंदी

सूत्रों के अनुसार, रेस्टोरेंट में बैठकर खाने पर लग सकती है पाबंदी, हालांकि व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टेक अवे की सुविधा जारी रहेगी. 

बैठक में इन अहम मुद्दों पर चर्चा:

जो भी पाबंदी दिल्ली में लागू है वो एनसीआर में क्यों लागू नहीं हो रही इस मुद्दे पर डीडीएमए में चर्चा हुई. वहीं इस बार पर भी जोर दिया गया कि लोगों को होम आइसोलेशन में कैसे सुविधा दी जाए. वहीं चुनौतियां बढ़ी तो दिल्ली में क्या होगा इस पर भी गहन मंथन हुआ. इस बैठक में शामिल अधिकारियों के मुताबिक अगर 1 दिन में 1 लाख नए मामले आते हैं तो इसके लिए क्या तैयारियां हैं इस पर भी चर्चा हुई.

आपातकालीन स्थिति में कितना मैन पावर है?

आपातकालीन यानी किसी भी तरह की इमरजेंसी पड़ने पर दिल्ली में कितना मैन पावर है उसे पूरी तरह मुस्तैद रखने को कहा गया है. इस दौरान यह भी अंदाजा लगाने की कोशिश हो रही है कि आपातकालीन स्थिति में यहां कितने ट्रेंड डॉक्टर, छात्र, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ और हेल्थ केयर वॉलिंटियर अपनी सेवाएं दे सकते हैं.

दूसरी लहर जैसी तस्वीरें न दिखें ऐसा करने पर फोकस

इस बैठक में कहा गया कि 10 जनवरी तक दिल्ली के पास 900 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है. वहीं DTC बसों और मेट्रो सेवा को 50% की क्षमता पर चलाए जाने की चर्चा के दौरान यह कहा गया की मेट्रो की क्षमता कम करने से जो भीड़ होगी उससे संक्रमण और ज्यादा तेजी से फैल सकता है. वीकली मार्केट इस बात को लेकर चर्चा हुई की क्यों न एक जोन में सुरक्षा जगह देखकर मार्केट लगाई जाए.

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