पंजाब विधानसभा चुनाव के दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं, आम आदमी पार्टी और अकाली दल के शीर्ष नेताओं ने अपनी जोर आजमाइश तेज कर दी है। दूसरी ओर सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस में मुख्यमंत्री फेस को लेकर ही सहमति नहीं बन पाई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब आम आदमी पार्टी की तरह ही कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में सीएम फेस का फैसला करने का मन बा लिया है। आईवीआर कॉल के लिए लोगों की राय ली जा रही है।
पंजाब विधानसभा चुनाव में चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की राजनीतिक लड़ाई पार्टी को लगातार असहज बना रही है। कुछ दिन पहले पंजाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वर्चुअल रैली के दौरान सिद्धू ने मंच पर ही सीएम फेस का ऐलान करने की मांग करके असहज कर दिया था। हालांकि राहुल गांधी ने इस बात को टाल तो लिया लेकिन पार्टी सूत्र बताते हैं कि आलाकमान सिद्धू और चन्नी को सीएम फेस कौन हो के लिए मना नहीं पाई है।
कांग्रेस पार्टी सूत्रों ने बताया कि अब आम आदमी पार्टी की तरह ही कांग्रेस आलाकमान पंजाब में अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला आईवीआर कॉल के जरिए करने के लिए लोगों की राय ले रहा है। आईवीआर पर तीन विकल्प रखे गए हैं। पहले नंबर पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का नाम है, उसके बाद नवजोत सिद्धू का नाम है। तीसरा विकल्प ये पूछता है कि क्या कांग्रेस को बिना सीएम चेहरे के जाना चाहिए।
बताया जा रहा है कि पंजाब में कांग्रेस के हिन्दू चेहरे सुनील जाखड़ और सुखजिंदर रंधावा जैसे अन्य संभावितों के नामों को शामिल नहीं किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने आम आदमी पार्टी के सीएम फेस सर्वे पर सवाल उठाते हुए इसे घोटाला और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया था। आप ने बाद में भगवंत मान को पंजाब चुनाव के लिए पार्टी का सीएम चेहरा घोषित किया था।