All for Joomla All for Webmasters
ऑटो

Maruti Fronx Review: क्या Punch और Nexon की कर देगी छुट्टी? मजेदार है 1-लीटर टर्बो इंजन लेकिन…

tata punch

Maruti Fronx: इसमें दो इंजन ऑप्शन आते हैं. सबसे पहले बात करते हैं, 1 लीटर टर्बो बूस्टरजेट पेट्रोल इंजन की क्योंकि जो दूसरा 1.2 लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन है, वो बहुस से लोगों ने बलेनो में भी चलाया होगा और एक्सपीरियंस किया होगा.

Maruti Fronx First Drive Impressions: मारुति सुजुकी फ्रोंक्स (Maruti Fronx) चलाने में कैसी होगी? यह सवाल उन बहुत से लोगों के मन में होगा, जिनका बजट एक प्रीमियम हैचबैक खरीदने का है लेकिन चाहते एसयूवी खरीदना हैं. क्योंकि, फ्रोंक्स को मारुति, बलेनो (प्रीमियम हैच) और ब्रेजा (सब-4 मीटर एसयूवी) के बीच प्लेस करने वाली है, तो इसकी कीमत भी लगभग इन दोनों की कीमतों के बीच में ही रहेगी. यह एक तरफ टाटा पंच वाले सेगमेंट में सेंधमारी करेगी तो दूसरी ओर टाटा नेक्सन वाले सेगमेंट (यानी, सब-4 मीटर एसयूवी) पर भी असर डालेगी. लेकिन, इन सभी बातों के बीच सवाल एक ही है कि आखिर फ्रोंक्स चलाने में कैसी होगी? चलिए, बताते हैं.

ये भी पढ़ें– Best FD Rates: पोस्ट ऑफिस एफडी पर मिल रहा 7.5% ब्याज, SBI, HDFC, ICICI समेत इन बैंको के क्या हैं रेट

इसमें दो इंजन ऑप्शन आते हैं. सबसे पहले बात करते हैं, 1 लीटर टर्बो बूस्टरजेट पेट्रोल इंजन की क्योंकि जो दूसरा 1.2 लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन है, वो बहुस से लोगों ने बलेनो में भी चलाया होगा और एक्सपीरियंस किया होगा. इसका 1-लीटर टर्बो बूस्टरजेट पेट्रोल इंजन, वही इंजन है जो पहले बलेनो आरएस में आता था लेकिन अब यह नए BS-6 फेज-2 RED नॉर्म्स के साथ आता है. इसे 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर और 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ लाया गया है. इसके फीचर्स और डिजाइन की जानकारी के लिए नीचे लिंक किए गए वीडियो को देखें.

5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ इसका 1 लीटर टर्बो बूस्टरजेट पेट्रोल इंजन बढ़िया परफॉर्म करता है, इंजन रिस्पॉन्स अच्छा है, ज्यादा आवाज नहीं करता है लेकिन 1.2-लीटर इंजन से थोड़ी सी ज्यादा है. इंजन स्टार्ट होने पर हल्की सी वाइब्रेशन महसूस होती है लेकिन ड्राइव करते टाइम वो गायब हो जाती है. पावर ठीक-ठाक ही है. हालांकि, हुंडई वेन्यू और किआ सोनेट में जो 1-लीटर टर्बो पेट्रोल आता है, उससे काफी कम पावर है लेकिन ब्रेजा के 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के जितनी पावर दे देता है. 

ये भी पढ़ें:-7th Pay Commission: जुलाई में नए फॉर्मूले से बढ़ेगा DA, केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बदलेगी कैलकुलेशन! जानें कैसे मिलेगा फायदा

यह 100PS पावर और 147.6NM टॉर्क जनरेट करता है. शुरुआत में तो आपको ये ज्यादा फील नहीं होगी लेकिन जैसे ही 1500rpm से ऊपर जाते हैं, तो आपको वो फील होने लगेगी. यानी, अगर आप मोमेंटम में हैं, स्पीड में हैं तो आपको वहां कोई परेशानी नहीं होने वाली है. अच्छी-खांसी पावर मिलती रहती है. यहां आपको ये कार चलाने में मजेदार लग सकती है. गियर शिफ्ट स्मूथ है लेकिन थोड़ा जल्दी अपशिफ्ट करने होते हैं. वो बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी के लिए अच्छा है. 

5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के मुकाबले 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर के साथ इसका 1-लीटर टर्बो बूस्टरजेट पेट्रोल इंजन बहुत अच्छा परफॉर्म करता नहीं दिखता है. वैसे तो आपको कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए लेकिन ये गियरबॉक्स थोड़ा सा थका हुआ लग सकता है, अगर इसके 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से कंपेयर करें तब.  हालांकि, आपको इसमें पैडल शिफ्टर्स भी मिल जाते हैं तो आप इसे मैनुअली भी अपशिफ्ट और डाउनशिफ्ट कर सकते हैं, जिससे आपको हाईवे पर ओवरटेक करते टाइम कॉन्फिडेंस मिलता है. 

ये भी पढ़ें– कब्ज की समस्या हो या गठिया, कैस्टर ऑयल से दूर होगी प्रॉब्लम, सुंदरता भी बढ़ाता है अरंडी का तेल

इसका 1.2-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन फिलहाल हमने नहीं चलाया लेकिन उस इंजन को बलेनो में चलाया है, तो उम्मीद है कि वह यहां भी वैसा ही परफॉर्म करेगा, जैसा बलेनो में करता है. थोड़ा जो इम्पैक्ट रहेगा, वो कार के वजन के कारण हो सकता है. 

राइड क्वालिटी और हैंडलिंग
जहां तक राइड क्वालिटी और हैंडलिंग की बात है, वो भी अच्छी है. बहुत अच्छा नहीं कह सकते लेकिन खराब भी नहीं कहा जा सकता है. सस्पेंशन ट्रैवल को थोड़ा बढ़ाकर रखा गया, जिससे छोटे-मोटे पैचेस का केबिन में बहुत ज्यादा पता नहीं चलता है. वो सस्पेंशन खुद एब्जॉर्ब कर लेती है. हालांकि, बलेनो के मुकाबले इसका ग्राउंड क्लीयरेंस बढ़ा है, हाइट बड़ी है तो इस कारण बॉडी रोल भी ज्यादा महसूस होता है. बहुत ज्यादा बॉडी रोल नहीं है लेकिन जब आप स्पीड पर टर्न करेंगे तो आपको वह बॉडी रोल फील होगा.

ये भी पढ़ें:-CM Yogi On Atiq Ahmad: सीएम योगी बोले, यूपी में लोगों को आतंकित करने वाले गैंगस्टर अब अपनी पैंट गीली कर रहे हैं

हैंडलिंग बेटर है, बेस्ट नहीं है लेकिन डीसेंट है. कॉर्नर पर भी कॉन्फिडेंटली ड्राइव कर पाओगे. स्टीयरिंग का रिस्पॉन्स भी बेटर है. शहर में चलाने के लिहाज से स्टीयरिंग अच्छा फीडबैक देता है, लाइट वेट है. सिटी ड्राइविंग के लिए अच्छा है. हाईवे पर या तेज स्पीज पर थोड़ा भारी हो जाता है, जो हैंडलिंग और परफॉर्मेंस को इंप्रूव करने के लिए होता है. हालांकि, स्टीयरिंग के बॉटम में ब्लैक प्यानो फिनिश दिया गया है, जो थोड़ा सा अजीब लग सकता है. बाकी अर्गोनोमिक्स, विजिविलिटी एंड ऑल भी अच्छी है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top