वंदे भारत को स्लीपर कोच में चलाने की कवायद तेज करते हुए सरकार ने इसकी जिम्मेदारी फ्रांसीसी रेल कंपनी एल्सटॉम को दी है। यह कंपनी एक ट्रेन 150 करोड़ रुपये में बनाएगी जिसकी स्पीड क्षमता 200 किमी प्रति घंटे तक दौड़ने की होगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: देश की सबसे आधुनिक ट्रेन वंदे भारत को अब स्लीपर कोच में लाने की तैयारी शुरू हो गई है। फ्रांसीसी रेल कंपनी एल्सटॉम (Alstom) स्लीपर सुविधा के साथ 100 एल्यूमीनियम बॉडी वाली वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण करेगी।
आपको बता दें कि अन्य कंपनी की तुलना में इस कंपनी ने प्रति ट्रेन 150.9 करोड़ रुपये की कीमत की सबसे कम बोली लगाई थी।
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टेंडर में शामिल थीं दो कंपनियां
वंदे भारत ट्रेन को स्लीपर कोच में बनाने के लिए दो कंपनियों ने बोली लगाई थी। पहली एल्सटॉम और दूसरी हैदराबाद की मेधा सर्वो ड्राइव्स (Medha Servo Drives) थी। मेधा सर्वो ने प्रति ट्रेन 169 करोड़ रुपये की कीमत पर बोली लगाई थी वहीं एल्सटॉम ने प्रति ट्रेन 150.9 करोड़ रुपये में ट्रेन को बनाने का दावा किया था।
वर्तमान में इतने रुपये में बन रही है वंदे भारत
इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री, चेन्नई के पूर्व महाप्रबंधक और वंदे भारत ट्रेनों के निर्माता सुधांशु मणि ने बताया कि वर्तमान में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के निर्माण में औसतन 120 करोड़ रुपये में किया जाता है।
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इस ट्रेन को स्टेनलेस स्टील बॉडी की तुलना में एल्युमिनियम बॉडी से बनाया जाएगा जिसकी वजह से ट्रेन का वजन हल्का होगा। इस ट्रेन की क्षमता 200 किमी प्रति घंटे की होगी।
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ट्रेक को किया जा रहा है अपडेट
देश में इस वक्त जो वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं उनकी क्षमता 160 किमी की स्पीड में चलने की है लेकिन पटरियों के अपडेट ना होने के कारण फिलहाल अभी वंदे भारत ट्रेन 80 से 90 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही है। भारतीय रेलवे पटरियों को अपडेट करने के लिए लगातार काम कर रहा है।
इनके अतिरिक्त है एल्युमीनियम बॉडी वाली ट्रेनों का निर्माण
फ्रांस की कंपनी जो100 एल्युमीनियम बॉडी वाली ट्रेन बनाएगी वो रूसी TMH और भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम RVNL कंसोर्टियम द्वारा निर्मित की जाने वाली 120 ट्रेनों के साथ-साथ टीटागढ़ वैगन्स और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) कंसोर्टियम द्वारा निर्मित की जाने वाली 80 ट्रेनों के अतिरिक्त है।