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WTC Final ओवल में, भारत ने इंग्लैंड में अपना पहला टेस्ट यहीं जीता, क्रिकेटरों को तब मिलते थे सिर्फ 50 रुपये

WTC Final IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल कुछ देर में ओवल में शुरू होने वाला है. टीम इंडिया ने इंग्लैंड में अपना पहला टेस्ट इसी मैदान पर जीता था. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम उस कारनामे को फिर दोहराना चाहेगी.

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लंदन. भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर को यह देखकर खुशी होती है कि दुनिया इंडियन प्रीमियर लीग की सफलता से ईर्ष्या करती है, लेकिन वह यह भी चाहते हैं कि सभी मिलकर टेस्ट क्रिकेट को खतरे से बाहर निकालने के लिए ठोस कदम उठाएं. वित्तीय रूप से मजबूत भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट क्रिकेट के प्रति प्रतिबद्ध हैं, लेकिन छोटे देशों के खिलाड़ी दुनियाभर की फ्रेंचाइजी लीग में खेलने को प्राथमिकता दे रहे हैं, क्योंकि वहां से उन्हें अच्छी कमाई होती है. मालूम हो कि टीम इंडिया ने इंग्लैंड में अपना पहला टेस्ट ओवल में ही 1971 में ही जीता था और तब क्रिकेटर्स को रोज के 50 रुपये मिलते थे. आज भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इसी मैदान पर खेला जाना है.

फारुख इंजीनियर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, टेस्ट क्रिकेट का खतरे में होना अच्छी बात नहीं है. यह अच्छा है कि टी20 के जरिए यह खेल दुनियाभर में फैल रहा है, लेकिन इसके लिए टेस्ट क्रिकेट को कुर्बान नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसलिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप दुनिया को यह दिखाती है कि टेस्ट क्रिकेट सीमित ओवरों के क्रिकेट जितना ही दिलचस्प हो सकता है.

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यह खेल शतरंज की तरह
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को देखने के लिए मैनचेस्टर से लंदन पहुंचे 85 वर्षीय फारुख इंजीनियर ने कहा कि यह शतरंज के खेल की तरह है, जो परिस्थितियों पर निर्भर करता है. इसमें बल्लेबाजों की वास्तविक परीक्षा होती है. टेस्ट और सीमित ओवरों की क्रिकेट दोनों के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए. डब्ल्यूटीसी फाइनल उस ओवल में खेला जा रहा है, जहां भारत ने 1971 में इंग्लैंड में अपना पहला टेस्ट मैच जीता था. इंजीनियर ने उस मैच की पहली पारी में 59 रन बनाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी.

खुशी है- अब कमाई करोड़ों में
उन्होंने उन दिनों क्रिकेट खेली है, जब क्रिकेटर एक दिन में 50 रुपए की कमाई करते थे. उन्हें खुशी है की आईपीएल में वर्तमान पीढ़ी के क्रिकेटर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं. फारुख इंजीनियर ने कहा कि भारत टेस्ट क्रिकेट में आगे बढ़ गया है और सीमित ओवरों की क्रिकेट में हमारे पास आईपीएल है, जिससे दुनिया ईर्ष्या करती है. क्रिकेट की बागडोर भारतीय क्रिकेट के हाथ में हैं और इससे मुझे बहुत खुशी होती है.

उन्होंने कहा कि मैं हर समय क्रिकेट देखता हूं. यह मेरे खून में है. क्रिकेट भारतीय खेल है, जिसका गलती से ब्रिटेन में जन्म हुआ. क्रिकेट पहले भी काफी लोकप्रिय था, लेकिन टी20 से यह दुनिया के तमाम देशों में फैल रहा है. आईपीएल में मोटी धनराशि मिलती है. हमें 5 दिन के टेस्ट मैच खेलने के लिए प्रतिदिन 50 रुपए मिलते थे. इंजीनियर ने इस अवसर पर एक रोचक किस्सा भी सुनाया.

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उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि मैं सुनील गावस्कर के साथ बल्लेबाजी कर रहा था और हमें चौथे दिन के अंतिम आधे घंटे में 15 से 20 रन की जरूरत थी. हमें ड्रेसिंग रूम से संदेश मिल रहा था कि मैच आज खत्म नहीं करो, क्योंकि इससे हमें पांचवें दिन के भत्ते का नुकसान होगा. हम पैसे के लिए नहीं खेलते थे. हम सम्मान के लिए खेलते थे.

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