UP Driving License: उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर परिवहन विभाग ने अधिकारियों/कर्मचारियों की 6-6 घंटे की रोटेशन में ड्यूटी लगाते हुए ड्राइविंग लाइसेंस की पेंडेंसी को समाप्त कर दिया गया है. प्रदेश में स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस की कुल 11 लाख 50 हजार पेंडेंन्सी थी जो कि वर्तमान में समाप्त हो गयी है.
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लखनऊ. रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से चिप्स सप्लाई में देरी की वजह से ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया में लगी रोक अब समाप्त हो गई है. अब नए ड्राइविंग लाइसेंस महज 7 दिनों में आपके घर पहुंच जाएगा. रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से प्रदेश में स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस की कुल 11 लाख 50 हजार पेंडेंसी समाप्त हो गई है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर परिवहन विभाग ने अधिकारियों/कर्मचारियों की 6-6 घंटे की रोटेशन में ड्यूटी लगाते हुए ड्राइविंग लाइसेंस की पेंडेंसी को समाप्त कर दिया गया है. प्रदेश में स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस की कुल 11 लाख 50 हजार पेंडेंन्सी थी जो कि वर्तमान में समाप्त हो गयी है.
यह जानकारी परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि आवेदकों को यथासमय ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त हो, इसके लिए विभाग निरन्तर प्रयासरत था. उन्होंने बताया कि टेक्निकल समस्याओं को दूर कराते हुए डीएल की पेंडेंन्सी को समाप्त करने का कार्य किया गया है. लोगों को अब समय पर डीएल प्राप्त होंगे. किसी भी आवेदक को अब डीएल प्राप्त करने में असुविधा नहीं होगी.
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परिवहन आयुक्त ने बताया कि विगत कुछ माह से लोगों को डीएल प्राप्त करने में असुविधा हो रही थी. तकनीकी कारणों से डीएल समय से नहीं बन पा रहे थे. लोगों को शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए इसे तत्काल दूर कराने का कार्य परिवहन विभाग ने किया है. दरअसल, चिप की अनुपलब्धता की वजह से स्मार्ट डाइविंग लाइसेंस नहीं बन पा रहा है.