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मणिपुर

मणिपुर में 20 साल बाद दिखाई गई Bollywood मूवी, जानिए दो दशक तक क्यों नहीं हुई हिंदी फिल्मों की स्क्रीनिंग

Manipur News: मणिपुर में 20 साल से अधिक समय के बाद बॉलीवुड फिल्मों की वापसी हुई है. मंगलवार को मणिपुर के लोगों ने दो दशक के बाद लोगों ने खुले आसमान के नीचे बैठकर हिंदी फिल्म देखी.

नई दिल्ली: जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर (Manipur) में दो दशक से अधिक समय के बाद मंगलवार को बॉलीवुड सिनेमा (Bollywood Movies) की वापसी हुई. बता दें बीते दिन देशभर में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया और इसी अवसर पर मणिपुर में दो दशक के बाद लोगों ने खुले आसमान के नीचे बैठकर हिंदी फिल्म देखी. मणिपुर के चुराचांदपुर में एक अस्थायी ओपन एयर थिएटर में पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित बॉलीवुड फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’(Uri: The Surgical Strike) दिखाई गई.

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बॉलीवुड सुपरस्टार विक्की कौशल (Vicky Kaushal) अभिनीत ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. इसका आयोजन आदिवासी संगठन ‘हमार छात्र संघ’ (एचएसए) ने सितंबर 2000 में ‘रेवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट’ द्वारा हिंदी फिल्मों पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करने के लिए किया गया था. इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा, ‘‘दो दशक से अधिक समय से हमारे शहर में एक भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई है. मेइती लोगों ने लंबे समय से हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगा रखा है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज का यह कदम उद्देश्य मेइती समूहों की राष्ट्र-विरोधी नीतियों को चुनौती देना और भारत के प्रति अपना प्यार दिखाना है.’’ यह संगठन खुद को कुकी जनजातियों की आवाज बताता है. फिल्म दिखाने से पहले राजधानी शहर से 63 किमी दूर स्थित ओपन एयर थिएटर में राष्ट्रगान बजाया गया. एचएसए ने बताया कि मणिपुर में आखिरी बार हिंदी फिल्म 1998 में ‘कुछ कुछ होता है’ दिखाई गई थी.

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अधिकारियों ने बताया कि 12 सितंबर को प्रतिबंध लगाए जाने के एक सप्ताह के भीतर विद्रोहियों ने राज्य में दुकानों से एकत्रित किए गए हिंदी के 6,000 से 8,000 वीडियो और ऑडियो कैसेट जला दिए थे.आरपीएफ ने पूर्वोत्तर राज्य में इस प्रतिबंध की कोई वजह नहीं बताई थी लेकिन, केबल ऑपरेटरों ने कहा था कि उग्रवादी समूह को राज्य की भाषा और संस्कृति पर बॉलीवुड का नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है.

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