आजकल भारत में ज्यादातर लोग डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करने लगे हैं. लेकिन आज भी बहुत से लोग बड़ी ट्रांजेक्शन के लिए चेक का इस्तेमाल करते हैं.
कई बार चेक पर साइन करते समय हम कुछ जरूरी बातों को अनदेखा कर देते हैं और बाद में भारी नुकसान उठाने की नौबत आ जाती है. चेक साइन करते समय या चेक से लेन-देन करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि किसा भी तरह की धोखाधड़ी न हो जाए या चेक बाउंस न हो. क्योंकि चेक के बाउंस होने पर अकाउंट होल्डर की छवि खराब होती है और चेक का कैंसिल होना आपराधिक श्रेणी में आता है.
1. साइन करने में गलती न करें
जब भी आप बैंक चेक पर साइन (Signature) करें तो ध्यान रखें कि साइन वैसा ही होना चाहिए जैसा आपने खाता खुलवाते समय किया था. अगर सिग्नेचर मेल नहीं खाता है तो चेक बाउंस हो जाएगा.
2. खाते का बैलेंस जरूर जांच लें
चेक देते समय बैंक खाते का बैलेंस जरूर जांच लें. बैलेंस से ज्यादा रकम का चेक बाउंस हो जाता है और उस पर जुर्माना लगता है.
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इसलिए चेक जारी करते समय आपके अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस होना बहुत जरूरी है.
3. शब्दों के बीच स्पेस न रखें
जब भी चेक पेमेंट करें तो इस बात का ख्याल रखें कि नाम और धनराशि लिखते समय लेटर्स के बीच में ज्यादा स्पेस न रखें. इससे नाम और अमाउंट में छेड़छाड़ होने की गुंजाइश बढ़ जाती है. इसके अलावा, चेक कर लें कि जो अमाउंट शब्दों में भरा है वही अंकों में भी हो. अमाउंट मैच न होने पर चेक रिजेक्ट भी हो सकता है.
4. सही डेट लिखें
आप जब भी चेक जारी करते हैं तो आपको तारीख सही से लिखनी चाहिए. आपको कभी भी तारीख को लेकर कंफ्यूज नहीं होना चाहिए. अगर आप गलत तारीख भर देते हैं तो आपका चेक बाउंस हो सकता है. इसी के साथ आपको अपने वित्तीय रिकॉर्ड को सही करने के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
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5. चेक के कोनों पर डबल लाइन
बैंक चेक को सेफ रखने के लिए जब भी जरूरत लगे क्रॉस चेक जारी करें. इससे आप उसका गलत इस्तेमाल होने से रोक सकते हैं. इन लाइनों का मतलब होता है अकाउंट पेयी (Account payee) यानी अकाउंट का अमाउंट सिर्फ उसी व्यक्ति को प्राप्त हो, जिसके नाम से चेक काटा गया है.